7 अक्टूबर से इजराइली सेना लगातार गाजा पर हमले कर रही है। अब तक करीब 21 हजार लोग इस हमले में मारे जा चुके हैं। अब पहली बार इजराइल ने माना कि उससे गाजा में 24 दिसंबर को गलती हुई।
24 दिसंबर को गाजा में दो हमले को लेकर इजराइल ने गलती तो मानी है लेकिन इजराइली डिफेंस फोर्सेस (IDF) या सरकार ने इस गलती के लिए माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, 24 दिसंबर को IDF ने सेंट्रल गाजा में दो ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। हमास कंट्रोल्ड हेल्थ मिनिस्ट्री का आरोप, हमला कॉम्पलेक्स पर हुआ, दर्जनों लोग मारे गए।
IDF ने कहा कि 24 दिसंबर को अल मगहाजी पर हमले ऑपरेशन का हिस्सा थे। इंटेलिजेंस इनपुट मिले थे। जांच में पता चला एक बिल्डिंग को सही निशाना बनाया लेकिन दूसरी को गलती से निशाना बनाया गया
इजलाइसी सेना ने कहा, इस हमले में कुछ सिविलियन्स मारे गए। IDF की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी इसकी बारीकी से जांच कर रही है, ताकि दोबारा से ऐसी गलती न हो।
अल मगहाजी को लेकर एक शख्स ने मीडिया को बताया कि हमले में कम से कम 70 लोग मारे गए। यह एक रिफ्यूजी कैंप था, जिसे 1949 में बनाया गया था। इसके करीब कुछ रिहायशी इलाके भी हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, गाजा की 23 लाख आबादी में से करीब 85% बेघर हो गए है। कुछ कुवैत हॉस्पिटल के करीब शेल्टर होम्स में थे, जो मिस्र जाना चाहते थे लेकिन मंजूरी नहीं मिली।