इजरायल और हमास युद्ध की जंग में हमास पूरी तरह पस्त हो गया है। गाजा पट्टी में इजराइली सेना के एक्शन के बीच अब हमास का साथ देने उसका साथी हिजबुल्लाह तैयार हो गया है।
इजराइल-हमास युद्ध के बीच अब लेबनानी संगठन हिजबुल्लाह का प्रमुख हसन नसरल्लाह आज पहली बार भाषण देने जा रहा है। इसपर पूरी दुनिया की निगाहें हैं।
कहा जा रहा है कि हिजबुल्ला के मैदान में आने से इजरायली सेना की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अभी तक हिजबुल्ला खुलकर जंग में नहीं उतरा है। हालांकि, छिटपुट हमले कर रहा है।
हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह अरब की प्रमुख शख्सियतों में से एक है। वह सैय्यद की काली पगड़ी और शिया मौलवी की पोशाक पहने हुए दिखता है। उसका भाषण युद्ध को भड़का सकता है।
नसरल्लाह के भाषण से पहले बीते गुरुवार को हिजबुल्ला लड़ाकों ने इजरायल के 19 ठिकानों पर हमला किया, इजराइली सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। अब हिजबुल्ला चीफ का भाषण भीषण हो सकता है।
1982 में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने आतंकी संगठन हिजबुल्ला बनाया। हमास की तरह इसका भी मकसद इजरायल का खात्म है। दोनों संगठन अमेरिका की तरफ से आतंकी घोषित किए गए हैं।
हिजबुल्ला इजरायल के उत्तर में सक्रिय है। दोनों की सीधी टक्कर 2006 में हुई थी। तब हिजबुल्ला ने दो इजरायली सैनिकों को बंधक बनाया था। जिसके खिलाफ इजराइल ने 34 दिन तक हमले किए।
करीब 34 दिन तक चले युद्ध में तब इजराइल ने 1100 से ज्यादा लेबनानी मार गिराए थे। उस युद्ध में कुल 165 इजरायली नागरिक भी मारे गए थे।
अनुमान के मुताबिक, हिजबुल्ला के पास 60,000 से ज्यादा लड़ाके हैं। उसके पास डेढ़ लाख से ज्यादा मिसाइलें हैं। हिजबुल्ला के पास कई ऐसी ईरानी मिसाइले हैं, जो 300 किमी तक वॉर कर सकती हैं