इजराइल-हमास के बीच साढ़े 4 महीने से चल रही जंग थमने की उम्मीद को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है।
UNSC की बैठक में अल्जीरिया ने गाजा पर तत्काल प्रभाव से सीजफायर वाले प्रस्ताव को पेश किया। हालांकि, अमेरिका ने इस पर वीटो कर खारिज कर दिया।
बता दें कि अमेरिका ने UN में तीसरी बार वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए सीजफायर प्रस्ताव पर वीटो किया है। इसके पहले अमेरिका ने दिसंबर में भी संघर्षविराम प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
इजराइल-हमास जंग में सीजफायर के प्रस्ताव पर अमेरिका द्वारा लगाए गए वीटो के बाद फिलहाल इस युद्ध के रुकने की उम्मीद भी खत्म हो गई है।
UN में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा- सीजफायर प्रपोजल से अमेरिका, मिस्र, इजरायल और कतर के बीच फिलिस्तीनियों की सुरक्षा को लेकर चल रही बातचीत पर संकट बढ़ सकता है।
UN में अमेरिकी राजदूत ने कहा- सीजफायर लगाने से हमास की कैद में रह रहे इजराइली बंधकों की रिहाई पर संकट पैदा हो सकता है। बंधकों को छुड़ाने के लिए हमास के साथ समझौता जरूरी है।
अमेरिका का कहना है कि हमास बिना शर्त युद्धविराम चाहता है, लेकिन इससे स्थायी शांति के रास्ते बंद हो जाएंगे। इससे जंग रुकने की बजाय और भड़क सकती है।
हमास-इजराइल के बीच नवंबर, 2023 के आखिर में 7 दिनों का सीजफायर हुआ था। इस दौरान हमास ने इजराइल के 107 बंधकों को रिहा किया था।
बता दें कि हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमला कर करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था। इजराइल इन बंधकों को छुड़ाने के लिए हमास पर हमले कर रहा है।
इजराइल के हमले से गाजा में अब तक 28 हजार से ज्यादा जानें जा चुकी हैं। वहीं, 70 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वालों में महिलाओं और बच्चों की संख्या आधे से ज्यादा है।