हमास के साथ इजरायल की जंग चल रही है। इस बीच अमेरिका ने इजरायल की मदद के लिए एयरक्राफ्ट कैरियर USS Gerald R Ford भेजा है। यह दुनिया का सबसे ताकतवर एयरक्राफ्ट कैरियर है।
USS Gerald R Ford को दुनिया का सबसे ताकतवर एयरक्राफ्ट कैरियर माना जाता है। इसके भेजने का मतलब है कि इजरायल के दुश्मन सावधान हो जाएं।
USS Gerald R Ford समुद्र में अकेले नहीं चलता। यह कई अन्य युद्धपोतों और पनडुब्बियों के साथ निकलता है। पूरे पैकेज को कैरियर स्ट्राइक ग्रुप कहा जाता है।
USS Gerald R Ford के साथ टिकोनडेरोगा श्रेणी के गाइडेड मिसाइल क्रूजर यूएसएस नॉर्मंडी और कई विध्वंसक तैनात रहते हैं। इस युद्धपोत को बनाने में 13.3 बिलियन डॉलर खर्च हुए थे।
USS Gerald R Ford परमाणु ऊर्जा से चलता है। इसके चलते इसे लंबे वक्त तक समुद्र में तैनात किया जा सकता है। इसका डिस्प्लेसमेंट 1 लाख टन है।
USS Gerald R Ford 333 मीटर लंबा है। इसका फ्लाइट डेक 78 मीटर का है। युद्धपोत की रफ्तार 56 km/h है। यह 22 जुलाई 2017 को अमेरिकी नौसेना में शामिल हुआ था।
USS Gerald R Ford पर 75 विमानों और 4 हजार सैनिकों को तैनात किया जा सकता है। अमेरिकी नौसेना इसपर F-35C लाइटनिंग II और F/A-18E/F सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट्स को तैनात करती है।
इस युद्धपोत पर EA-18G ग्राउलर फाइटर जेट भी तैनात होता है। यह इलेक्ट्रॉनिक युद्धक विमान है। इसके साथ ही युद्धपोत पर E-2D हॉकआई विमान और MH-60R सीहॉक हेलीकॉप्टर भी तैनात होते हैं।