फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर को गाजा से 5 हजार रॉकेट दागते हुए इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है।
इस हमले में इजराइल के 200 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, जबकि 1600 से ज्यादा लोग घायल हैं।
हमास के इजराइल पर किए गए इन हमलों के बाद अब इजराइली सेना के सबसे मजबूत डिफेंस सिस्टम आयरन डोम पर भी सवाल उठ रहे हैं।
डिफेंस एक्सपर्ट सवाल उठा रहे हैं कि इजराइल का ब्रह्मास्त्र आयरन डोम आखिर हमास के रॉकेटों को हवा में मार गिराने में क्यों नाकाम रहा?
क्या हमास ने इजराइल के सबसे मजबूत हथियार आयरन डोम की कमजोरी पकड़ ली है। हालांकि, आयरन डोम ने कई रॉकेट्स को तबाह किया। लेकिन कुछ रॉकेट ने जमकर तबाही मचाई।
माना जाता है कि इजराइल का डिफेंस सिस्टम आयरन डोम किसी भी टारगेट को 90% हवा में ही तबाह कर देता है। हालांकि, हमास के एक साथ कई रॉकेटों से किए हमले में ये उतना कारगर साबित नहीं हुआ।
मॉर्डर्न सेंसरों से लैस इजरायल का ये डिफेंस सिस्टम हमास की ओर से हुए ताबड़तोड़ हमलों में आखिर कैसे फेल हो गया, इस पर कई सवाल उठ रहे हैं।
दरअसल, हमास ने आयरन डोम की कमजोरी पकड़ते हुए बेहद कम वक्त में एक साथ कई रॉकेट दागे, जिसकी वजह से डिफेंस सिस्टम इन हमलों को पूरी तरह पकड़ पाने में नाकाम रहा।
बता दें कि आयरन डोम डिफेंस सिस्टम की हर बैटरी में एक रडार डिटेक्शन और ट्रैकिंग सिस्टम, एक फायरिंग कंट्रोल सिस्टम और 20 इंटरसेप्टर मिसाइलों के लिए तीन लॉन्चर लगे हैं।