हमास-इजराइल में 7 महीने से जारी जंग रुकवाने की हर कोशिश नाकाम होती दिख रही है। गाजा में सीजफायर को लेकर खुद इजराइल के नेताओं में ही अलग-अलग राय है।
इजराइल के कई मंत्री सीजफायर को हमास के सामने शर्मनाक सरेंडर जैसा मान रहे हैं। उनका कहना है कि इससे हमास के हौसले बुलंद हो जाएंगे।
इजरायल की वॉर कैबिनेट में शामिल रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज के मुताबिक, इजरायल सरकार बंधकों की रिहाई के समझौते को रोकती है तो उसे सत्ता में रहने का कोई हक नहीं रहेगा।
वहीं, दूसरी ओर वित्त मंत्री बेज़ालेल स्मोटरिच का कहना है कि अगर इजराइल सरकार गाजा पर सीजफायर के लिए तैयार होती है तो ये हमास के सामने एक शर्मनाक सरेंडर की तरह होगा।
इतना ही नहीं, इजराइल के वित्त मंत्री चाहते हैं कि उनकी सेना राफा बॉर्डर पर लगातार हमले जारी रखे। अगर इन हमलों को रोका गया तो सरकार को सत्ता पर रहने का अधिकार नहीं है।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी के मुताबिक, इजरायल ने भरोसा दिया है कि वो राफा में हमले नहीं करेगा।
बता दें कि गाजा और मिस्र के बॉर्डर पर स्थित राफा वो इलाका है, जहां अब तक इजरायली सैनिक नहीं पहुंचे हैं। राफा पर इजरायली हमले रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
बता दें कि राफा और उसके आसपास फिलहाल 10 लाख से ज्यादा शरणार्थियों ने शरण ली है। इनमें से ज्यादातर गाजा के दूसरे हिस्सों से जान बचाकर यहां पहुंचे हैं।
बता दें कि हमास अपनी शर्ताें पर सीजफायर चाहता है। 2 दिन पहले ही हमास ने दो इजरायली बंधकों का वीडियो जारी किया था। इजराइल के दोनों बंधक जंग रोकने की अपील कर रहे थे।