करीब 7 महीने से इजराइल के हमले झेल रहे गाजा को भारी नुकसान हुआ है। इसे लेकर संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष खनन अधिकारी ने दावा किया है कि वहां बम-बारूद के मलबे का ढेर जमा हो गया है।
यूएन खनन अधिकारी का दावा है कि गाजा में चल रही वॉर की वजह से अब तक 37 मिलियन टन मलबा जमा हो गया है। इसमें बड़ी संख्या में बिना फटे बम भी हैं।
इराक के पूर्व यूनाइटेड नेशनल्स माइन एक्शन सर्विस प्रमुख पीहर लोधम्मर का दावा है कि 'अगर गाजा से बारूद के इस मलबे को हटाने का काम किया जाए तो कम से कम 14 साल लग सकते हैं।'
गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार लोधम्मर ने बताया कि 'गाजा में प्रति वर्ग मीटर में औसतन 300 किलो बारूद का मलबा है। अगर इसे हटाने में 100 ट्रक लग जाए तो भी 14 साल का समय लग सकता है।'
पीहर लोधम्मर ने कहा, 'चूंकि जंग अभी चल रही है, ऐसे में अनुमान लगा पाना असंभव है कि मलबा हटाने में कितना समय लगेगा। ये भी सच है कि इजराइल की बमबारी में गाजा खंडहर में बदल गया है।'
पीहर लोधम्मर ने कहा कि इजरायल की गाजा में बमबारी से शहर का बड़ा हिस्सा खंडहर बन गया है। गाजा में ध्वस्त बिल्डिंग्स में 65 प्रतिशत तो सिर्फ आवासीय बिल्डिंग्स ही थीं।
लोधम्मर ने दावा किया कि 'ध्वस्त गाजा को फिर से खड़ा करना और मलबों को साफ करना खतरनाक भी है, क्योंकि वहां 10 प्रतिशत बम-गोले ऐसे भी हैं जो अभी ब्लास्ट ही नहीं हुए हैं।'