इजराइल ने हाल ही में साउथ गाजा से अपने सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया। हालांकि, इस फैसले से नेतन्याहू अब अपने ही घर में फंसते जा रहे हैं।
इजराइल के कई मंत्री नेतन्याहू के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। उनकी मांग है कि इजराइल को गाजा पर नए सिरे से हमले करना चाहिए।
गाजा के मामले में नेतन्याहू को दोतरफा विरोध का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ उनके पास अमेरिका और दूसरे देशों का दबाव है, तो दूसरी ओर वो अपनों का विद्रोह भी झेल रहे हैं।
दरअसल, इजराइल ने हाल ही में साउथ गाजा से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है। इस कदम को युद्धविराम समझौते से जोड़कर देखा जा रहा है।
हालांकि, इस फैसले का विरोध खुद इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री बेनगविर ने किया है। उन्होंने नेतन्याहू से राफा में नए सिरे से जमीनी हमले शुरू करने की बात कही है।
बेनगविर ने तो ये तक कह दिया है कि साउथ गाजा से IDF सैनिकों की वापसी के फैसले के बाद नेतन्याहू PM पद पर नहीं रह पाएंगे। उन्होंने कहा- हमास को हराए बिना इस तरह के फैसले ठीक नहीं हैं।
इजरायल के वित्त मंत्री स्मोट्रिच ने कहा- ये फैसला इजरायल की जीत की संभावना को कमजोर कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय दबाव में युद्ध से जुड़े फैसले लेना इजराइल के हितों का नुकसान है।
बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कहा है कि इजरायल हमास के आखिरी किले राफा में भी जमीनी हमले करेगा। उन्होंने कहा कि हमास पर हमारी जीत के लिए राफा में आतंकियों का सफाया जरूरी है।