हमास के साथ शुरू हुई इजराइल की जंग अब लेबनान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्लाह की तरफ शिफ्ट होती जा रही है।
पिछले दो-तीन दिनों में लेबनान स्थित हिजबुल्लाह के लड़ाकों के हाथों और जेब में हुए पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट के बाद अब इजराइल ने वहां हवाई हमला कर दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइली सेना ने साउथ लेबनान में 70 से ज्यादा एयर स्ट्राइक की, जिसमें हिजबुल्लाह के 100 से ज्यादा रॉकेट लॉन्चर तबाह कर दिए।
इजराइल के हमले में लेबनान के 1000 से ज्यादा रॉकेट बैरल भी तबाह हो चुके हैं। IDF का कहना है कि हिजबुल्लाह इन हथियारों को इकट्ठा कर इजराइल पर हमले का प्लान बना रहा था।
बता दें कि हिजबुल्लाह घातक हथियारों को जमा कर इजराइल पर बड़े हमले की तैयारी में जुटा था। हालांकि, इजराइल ने उससे पहले ही हिजबुल्लाह की कमर तोड़ दी।
लेबनान की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए इजराइल ने हिजबुल्लाह लड़ाकों के पास मौजूद पेजर में ब्लास्ट किया। इसके बाद वॉकी-टॉकी, सोलर डिवाइसेस और लैपटॉप में विस्फोट कर सभी को चौंका दिया।
1948 में जब इजरायल और फिलिस्तीन का बंटवारा हुआ तो बहुत से फिलिस्तीनियों को लेबनान में शरण लेनी पड़ी। इनके मन में अपनी जमीन छोड़ने का गुस्सा था।
1979 में जब ईरान में इस्लामिक क्रांति हुई और अयातुल्लाह के नेतृत्व में सरकार बदली तो इसके बाद ईरान ने लेबनान पहुंचे फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद शुरू की।
1982 में इन शरणार्थियों ने ईरान की सेना के 1500 लड़ाकों के साथ मिलकर लेबनान में एक फौज बनाई, जिसे नाम दिया हिजबुल्लाह। ये वही हिजबुल्लाह है, जो इजराइल के गले की हड्डी बन चुका है।
यही वजह है कि इजराइल अब हमास से पहले हिजबुल्लाह का सफाया करने में जुट गया है। बता दें कि हिजबुल्लाह को ईरान पूरी तरह सपोर्ट करता है।