लेबनान और सीरिया में लोगों के हाथों और जेब में रखे पेजर्स पर हुए धमाकों ने सभी को दहला दिया। ये विस्फोट एक के बाद एक हुए जिसमें 3000 लोग घायल हुए, जबकि 19 की मौत हो चुकी है।
लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने इस हमले के पीछे इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद को जिम्मेदार ठहराया है।
वहीं, रॉयटर्स ने एक रिपोर्ट में कहा है कि इजराइल की खुफिया एजेंसी Mossad ने ही 5000 पेजर्स में विस्फोटक एम्बेड किए थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चूंकि ये सभी पेजर एक कोड की हेल्प से चलते हैं। मंगलवार 18 सितंबर को पेजर्स पर एक मैसेज आया, जिसने विस्फोटक को एक्टिवेट कर दिया।
इसके बाद पेजर्स में एम्बेड किए गए विस्फोटक में एक के बाद एक धमाके होने लगे। जिसके भी हाथ या जेब में पेजर था, वो फटने लगा और 3000 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विस्फोट से पहले कुछ लोगों की जेब से धुआं निकलता भी दिखा। थोड़ी ही देर में पेजर में जबर्दस्त विस्फोट हुआ और लोग घायल हो गए।
पेजर अटैक में घायल होनेवालों में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ईरानी राजदूत की आंख भी खराब हो चुकी है।
लेबनान के अलावा सीरिया में भी पेजर्स में धमाके हुए हैं। वहां 7 लोगों की मौत हुई है, जबकि दर्जनभर से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हमले में हिजबुल्लाह के 8 आतंकी भी मारे गए हैं।
पेजर एक वायरलेस डिवाइस है, जिसका उपयोग मैसेज भेजने और रिसीव करने में होता है। लिमिटेड कीपैड के साथ आने वाली इस डिवाइस को कमर में बेल्ट के साथ बांधकर या फिर जेब में रखते हैं।