हिजबुल्लाह ने लंबे समय से गोपनीयता को अपनी सैन्य रणनीति की आधारशिला बताया है। इसलिए उन्होंने पेजर्स यूज करने का फैसला लिया था।
हिजबुल्लाह ने इजरायली और अमेरिकी स्पाइवेयर के घुसपैठ से बचने के लिए हाई एडवांस टेक्नोलॉजी को यूज करने से परहेज किया है और पेजर्स के माध्यम से बात करना सही समझा।
मिडिल ईस्ट में हिजबुल्लाह के लड़ाकों को नेता हसन नसरल्ला ने चेतावनी दी थी कि वो अपने सेलफोन को डंप कर दें। वरना इजरायल उसे ट्रैस कर हमें खत्म कर देगा।
हिजबुल्लाह के लिए पेजर्स इस्तेमाल करना इसलिए भी सही था क्योंकि ये बिना इंटरनेट के रेडियो फ्रीक्वेंसी पर चलता है।
पेजर्स को एक बार चार्ज करने पर 10 से 12 दिन तक चलता है। इस वजह से भी हिजबुल्लाह पेजर को मोबाइल की तुलना में ज्यादा सेफ मानता है। ये 1 वायरलेस टेलीकम्युनिकेशन डिवाइस है।
हिजबुल्लाह बातचीत के लिए पेजर्स का इस्तेमाल करता है ताकि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद उसकी लोकेशन का पता नहीं लगा सके।
इजरायल ने साल 1996 में हमास के बॉम्ब-मेकर याह्या अय्याश को मोबाइल में धमाका करके मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद से हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने पेजर्स पर अपना फोकस बढ़ा दिया था।
इस बार भी हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने टॉप मॉडल के न्यू पेजर्स के खेप मंगवाए थे। लेकिन इस तरह की घटना ने उनकी सुरक्षा में सेंध करके उनके प्लान को बर्बाद कर दिया।