लेबनान दुनिया के सबसे पुराने सभ्यता वाले देशों में से एक है। यहां 5000 ईसा पूर्व के मानव बस्तियों के साक्ष्य मिलते हैं। बाइब्लोस शहर हजारों वर्षों से बसा हुआ है।
लेबनान की आबादी करीब 53 लाख है। यह 10,400 वर्ग किलोमीटर में फैला है। इसकी सीमा सीरिया, इजरायल और भूमध्य सागर से मिलती है।
लेबनान मध्य पूर्व में सबसे अधिक धार्मिक रूप से विविधता वाला देश है। यहां 18 आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त धार्मिक संप्रदायों के लोग रहते हैं।
विश्व स्तर पर प्रति व्यक्ति शरणार्थियों की संख्या के मामले लेबनान नंबर 1 है। यहां करीब 15 लाख सीरियाई रहते हैं। इसके साथ ही बड़ी संख्या में फिलीस्तीनी और अन्य शरणार्थी भी हैं।
लेबनान आकार में छोटा है फिर भी यहां 5 UNESCO विरासत स्थल हैं। इनमें बालबेक और बाइब्लोस शामिल हैं। इससे पता चलता है कि इस देश का इतिहास काफी समृद्ध रहा है।
लेबनान का राष्ट्रीय प्रतीक देवदार का पेड़ है। यह शक्ति और लचीलेपन का प्रतीक है। यह सदियों से इसकी पहचान के साथ जुड़ा हुआ है।
लेबनान को 1975 से 1990 तक हुए गृह युद्ध से काफी नुकसान हुआ है। इसके चलते भारी संख्या में लोग मारे गए और इंफ्रास्ट्रक्चर तबाह हो गया।
प्रति व्यक्ति सिगरेट खपत के मामले में लेबनान दुनिया में तीसरे स्थान पर है। यहां धूम्रपान विरोधी कानून हैं। इसके बाद भी आबादी का एक बड़ा हिस्सा धूम्रपान करता है।
लेबनान फोनीशियन युग के दौरान महत्वपूर्ण समुद्री व्यापार केंद्र था। इसने व्यापार और खोज के माध्यम से भूमध्यसागरीय संस्कृति को प्रभावित किया था।
बालबेक के प्राचीन खंडहर विश्व स्तर पर सबसे अच्छी तरह संरक्षित रोमन स्थलों में से एक हैं। इन्हें शाही रोमन वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरणों में से एक माना जाता है।