इजराइल से पंगा लेना भारत के एक पड़ोसी मुल्क मालदीव को काफी महंगा पड़ता दिख रहा है। इतना ही नहीं, इजराइल के खिलाफ लिया गया फैसला मुइज्जू के गले की फांस बन सकता है।
दरअसल, मालदीव ने इजरायली पासपोर्ट धारकों पर प्रतिबंध लगाया है। लेकिन इससे इजरायल में रहने वाले 20 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनी अरबी लोग भी इसकी जद में आ जाएंगे।
ऐसे में मालदीव सरकार के कुछ सीनियर लीडर्स ने मुइज्जू सरकार के इस फैसले का विरोध किया, जिसके बाद फिलहाल पासपोर्ट पर प्रतिबंध लागू करने के फैसले को रोक दिया गया है।
मालदीव के अटॉर्नी जनरल अहमद उशाम के मुताबिक, इजरायली पासपोर्ट वाले कई फिलिस्तीनी भी हैं और इनकी संख्या लाखों में है। अगर हम इस पर बैन लगा देंगे, तो वो भी इसकी चपेट में आ जाएंगे।
अहमद उशाम का कहना है कि ऐसे किसी भी फैसले से पहले सरकार को गंभीरता से विचार करके उसका समाधान निकालना चाहिए।
बता दें कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने जून महीने की शुरुआत में इजरायली नागरिकों के मालदीव आने पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था।
इजराइली पासपोर्ट धारकों पर बैन को लेकर मालदीव के प्रेसिडेंट ऑफिस ने कहा था कि इसके लिए कानून में जरूरी संशोधन किया जाएगा।
मालदीव सरकार का कहना है कि वो गाजा में इजरायल सरकार के हमले के विरोध में वहां के नागरिकों पर प्रतिबंध लगा रहा है।