स्वीडिश थिंक-टैंक SIPRI ने बताया है कि चीन तेजी से अपने परमाणु हथियार बढ़ा रहा है। 2023 में चीन के पास 410 परमाणु हथियार थे। 2024 में बढ़कर 500 हो गए हैं।
बुलेटिन ऑफ एटॉमिक साइंटिस्ट की रिपोर्ट के अनुसार चीन के पास हवा, पानी और जमीन, तीनों जगह से परमाणु हमला करने की क्षमता है। वह अपनी इस क्षमता को तेजी से बढ़ा रहा है।
चीन के DF-21A/E मिसाइल का रेंज 2100 km से अधिक है। यह 200-300 किलोटन का न्यूक्लियर वारहेड ले जाता है। चीन के DF-26 मिसाइल का रेंज 4000 किलोमीटर है।
चीन के पास DF सीरीज के कई इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल हैं। ये परमाणु हमला कर सकते हैं। DF-5A का रेंज 12000 km, DF-5B और DF-5C का रेंज 13000 km है।
चीन के DF-27 मिसाइल का रेंज 5-8 हजार km है। DF-31 का रेंज 7200km, DF-31A और DF-31AG का रेंज 11,200km है। DF-41 का रेंज 12000 km है। चीन के मिसाइल 200-300 किलोटन वारहेड ले जाते हैं।
चीन के पास पनडुब्बी से दागे जाने वाले दो परमाणु मिसाइल हैं। इनके नाम JL-2 और JL-3 हैं। इनका रेंज 7-9 हजार किलोमीटर से अधिक है। ये 200-300 किलोटन के वारहेड ले जाते हैं।
चीन के पास परमाणु हमला करने के लिए दो विमान H-6K और H-6N हैं। इनका रेंज 3100 किलोमीटर से अधिक है।