7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था। आतंकियों ने नोवा म्यूजिक फेस्टिव पर हमला किया और सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी, बहुतों को बंधक बनाया। इन बंधकों में एक थी मिया स्कीम।
गाजा में 54 दिन बंधक रहने के बाद मिया स्कीम को मुक्त किया गया। मिया ने एक इंटरव्यू में बंधक रहने के दौरान उसपर क्या जुल्म हुए बताया है। उस हर वक्त रेप किए जाने का डर लगता था।
मिया स्कीम ने बताया कि हमला होने से पहले ही उसे बुरा अनुभव हुआ था। उन्होंने कहा, "मुझे लगा कि कुछ होने वाला है। मैं पार्टी में आनंद नहीं ले पा रही थी।"
जब रॉकेट फायर होना शुरू हुए तो मिया और उसके दोस्त भागने लगीं। उसकी कार पर गोलीबारी की गई, जिससे आग लग गई। एक आतंकवादी ने बहुत करीब से उसके हाथ में गोली मार दी।
गोली लगने के बाद मिया ने सरेंडर किया। मिया ने बताया, "मैं चिल्लाई, मेरा एक हाथ नहीं है। मैं मरना नहीं चाहती। अचानक, एक आतंकवादी आया। उसने मेरे दोस्त एलिया को उठने के लिए कहा।"
मिया ने बताया, "जब वह एक आतंकी के सामने खड़ी थी तो उसने उसके शरीर के ऊपरी हिस्से को छूना शुरू कर दिया था। उसने जख्मी हाथ छुआ। तभी एक गाड़ी आई, जिसमें लादकर उसे गाजा ले जाया गया।"
मिया ने कहा, "गाजा पहुंचने पर आतंकवादियों ने बांह पर पट्टी बांधी और एक अस्पताल के पिछले कमरे में रखा। मैं तीन दिनों तक ऐसे ही रही। इसके बाद कपड़े और हिजाब पहनने के लिए कहा गया।"
मिया ने बताया, "वे मुझे बिना दर्द कम होने की दवा दिए सीधे ऑपरेशन रूम में ले गए। मेरा इलाज करने वाले सर्जन ने कहा, तुम जिंदा नहीं लौटोगी।"
सर्जरी के बाद स्कीम को गाजा में एक परिवार के अपार्टमेंट में ले जाया गया। उसे एक छोटे कमरे में बंद कर रखा गया। यह परिवार एक आतंकवादी का था जो चौबीसों घंटे मिया को घूरता रहता था।
मिया ने बताया, "मुझे रेप किए जाने का डर लगता था। डर लगता था कि वह हथियार उठाएगा और अचानक मेरे सिर में गोली मार देगा। कमरा बंद था, लेकिन कभी-कभी वे मुझ पर खाना फेंक देते थे।"
मिया ने बताया, "परिवार के बच्चे मुझे देखते और हंसते थे। वे ऐसे देखते हैं मानो मैं कोई जानवर हूं। हर पल डर लगता था कि अचानक कुछ हो जाएगा।"
मिया को डर था कि आतंकवादी उसे छूने की कोशिश करेगा, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। शायद इसलिए क्योंकि उसकी पत्नी कमरे के बाहर थी। वह समय-समय पर आती और उसके लिए कॉफी-चाय लाती थी।
54 दिनों में मिया ने दिन का उजाला नहीं देखा। उन्होंने कहा, "मेरा शरीर हिल नहीं रहा था। चलना मुश्किल था। जब हमास का कोई आदमी आपको घूर रहा हो तो सोना मुश्किल हो जाता है।"
मिया ने बताया, "एक दिन आतंकवादी घबरा गया और रोने लगा। उसने राइफल ले ली। मुझे यकीन था कि वह मेरे सिर में गोली मार देगा।"
उन्होंने कहा, "मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ तो उसने जवाब दिया कि उसके 2 दोस्त इजरायल की बमबारी में मारे गए। अंदर से मुझे खुशी हुई, बाहर से मैंने उसका दर्द साझा करने का नाटक किया।"
मिया को एक बार ऐसे घर में रखा गया जहां हमास के तीन आतंकी थे। मिया ने बताया, "मैं बुरी तरह डर गई थी। लगा कि या तो मेरी हत्या कर दी जाएगी या ये लोग रेप करेंगे।"