इजरायल और ईरान से बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अक्टूबर 2024 में ईरान में इजराइली स्ट्राइक के बाद ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई इजराइल के खिलाफ 'ऑपरेशन प्रॉमिस-3' कर सकते हैं।
अयातुल्लाह खामेनेई ने बदले का ऐलान किया है।ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल प्लैटफॉर्म अटैक के लिए स्ट्रैटेजिक लोकेशन पर तैनात हो गए हैं। IRGC कमांडर ने कहा- इजराइल पर बड़े हमले किए जाएंगे
ईरान भूमध्य सागर में बने इजराइली ऑयल-नेचुरल गैस फील्ड को टारगेट कर सकता है। इनमें पहला नोआ-1 है, जो 1999 से इजराइल का नेचुरल गैस रिज है, यह इजराइली शहर अश्केलोन से 40 KM दूर है।
ईरान का दूसरा टारगेट मारी-B हो सकता है। ये भी 2004 से इजराइल का नेचुरल गैस रिज ही है, जो भूमध्य सागर में नोआ-वन से 15 किमी आगे है। यहां 45 बिलियन क्यूबिक मीटर गैस का भंडार है।
ईरान का तीसरा टारगेट तमार गैस फील्ड बन सकता है। ये नेचुरल गैस रिज इजराइल के हाइफा शहर से 90 किमी दूर भूमध्य सागर में है। यहां साल 1999 से गैस निकाली जा रही है।
ईरान का चौथा टारगेट लेवियाथन गैस फील्ड हो सकता है।ये नेचुरल गैस रिज तमार गैस रिज से पश्चिम में 30 किमी आगे है। यह 810 बिलियन क्यूबिक मीटर का है, जो इजराइल का सबसे बड़ा गैस फील्ड है
ईरान के टारगेट पर इजराइल के कारिश, तापिन और डॉल्फिन ऑयल, गैस रिज भी हैं। ये सभी गैस और ऑयल रिज एफ्रोडाइट नेचुरल फील्ड में बने हैं और साइप्रस तट के पश्चिम 40 किमी दूर हैं।
5 नवंबर को अमेरिका में वोटिंग है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान इससे पहले ही इजराइल पर हमला कर सकता है। ईरान, इजराइल को जल्दी जवाब देना चाहता है, ताकि प्रॉक्सी के हौसले बुलंद रहें।
इजराइल ने भी ऐलान कर दिया है कि ईरान की महत्वाकांक्षाएं पूरी नहीं होने देगा।ईरान परमाणु बम बनाने की प्रक्रिया को वो सफल नहीं होने देगा। ईरान को परमाणु शक्ति संपन्न बनने से रोक देगा