मंगलवार रात ईरान ने इजराइल पर करीब 180-200 बैलिस्टिक मिसाइल दागीं। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने जानकारी दी कि हमला मोसाद हेडक्वार्टर, नेवातिम एयरबेस, तेल नोफ एयरबेस पर हुआ।
IDF ने बताया कि ईरान की ज्यादातर मिसाइलों को इजराइल की मजबूत डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया। इस हमले में कोई गंभीर घायल नहीं हुआ है और ना ही कोई नुकसान हुआ है।
इस अटैक के बाद ईरानी राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने कहा कि 'इजराइल की आक्रामकता का जवाब दे दिया है, जो ईरान के हितों के लिए जरूरी था। इजराइल पलटवार करता है तो तगड़ा जवाब देंगे।'
ईरान के हमले के बाद इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा- 'ईरान ने जो हमला किया है, उसकी उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।' IDF ने कहा-'हम ईरान को कतई छोड़ने वाले नहीं हैं।'
एक्सियोस की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान को सबक सिखाने के लिए इजराइल उसकी सबसे बड़ी ताकत तेल भंडारों पर अटैक कर सकता है। ऐसा हुआ तो पूरी दुनिया में तेल को लेकर हाहाकार मच सकता है।
रिपोर्ट में इजराइली अधिकारियों के हवाले से कहा- कुछ दिनों में ईरान पर पलटवार की तैयारी है। इजराइल सभी विकल्पों पर चर्चा कर रहा है। ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले का प्लान भी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इजराइल इस पर भी विचार कर रहा है कि अगर उसने हमला किया तो ईरान क्या करेगा। अगर वह जंग के लिए आता है तो उसके लिए भी इजराइल पूरी तरह तैयार हो रहा है।
ईरान की अर्थव्यवस्था और कमाई का सबसे बड़ा जरिया तेल और प्राकृतिक गैस भंडार हैं। गैस भंडार में वह दुनिया में दूसरे और ऑयल रिजर्व में चौथे स्थान पर है। वह कई देशों को तेल-गैस देता है