बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया है। फिलहाल उन्होंने भारत में शरण ली है।
शेख हसीना को पद से हटाने के बाद अब बांग्लादेश के आर्मी चीफ वाकर-उज़-जमान ने कहा है कि अब वो सत्ता संभालेंगे।
ऐसे में सवाल उठता है कि बांग्लादेश में हुआ ये तख्तापलट भारत के लिए कैसा रहेगा। मतलब इसका भारत पर क्या असर पड़ेगा, जानते हैं।
रक्षा मामलों के एक्सपर्ट का कहना है कि बांग्लादेश में भारत विरोधी सरकार बनी तो तनाव बढ़ेगा। चिंता इस बात को लेकर भी है कि चीन-पाकिस्तान के बाद कोई तीसरा दुश्मन तो नहीं बन रहा।
अगर बांग्लादेश में BNP कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के साथ मिलकर सरकार बनाती है तो ये भारत के लिए अच्छा नहीं होगा। जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान की गोद में खेलने वाला संगठन है।
जमात-ए-इस्लामी एक कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन है। 1971 में होने वाली लड़ाई में इसने पाकिस्तान का समर्थन किया था। बाद में ये पूरी तरह से बांग्लादेश के इस्लामीकरण की कोशिशों में जुट गई।
2013 से 2022 तक बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर 3600 हमले हुए हैं, जिनमें जमात-ए-इस्लामी का बड़ा हाथ रहा है। ऐसे में अगर इसने सत्ता संभाली तो अल्पसंख्यकों पर फिर हमले बढ़ेंगे।
बता दें कि शेख हसीना ने हाल ही में जमात-ए-इस्लामी पर बैन लगा दिया था। इसके बाद आरक्षण के विरोध में हो रहा आंदोलन हिंसा में बदल गया।