अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA दुनिया में सबसे ताकतवर एजेंसी मानी जाती है। सीआईए की स्थापना 1947 में तत्कालीन राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने की थी। CIA के लिए अमेरिका काफी फंड देता है।
मोसाद दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसी है। इसकी स्थापना मोसाद की स्थापना 13 दिसंबर 1949 को हुई। मोसाद दुश्मन के घर में घुसकर उनका खात्मा करने वाले सीक्रेट मिशन को अंजाम देती है।
मिलिट्री इंटेलिजेंस-6 की स्थापना 4 जुलाई, 1909 में हुई थी। ब्रिटेन की ये खुफिया एजेंसी सीक्रेट इन्फॉर्मेशन जुटाने के साथ ही कोवर्ट ऑपरेशन भी चलाती है।
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग भारत की खुफिया एजेंसी है। इसकी स्थापना 21 सितंबर, 1968 को आरएन काव ने की थी। रॉ दुश्मनों की खुफिया जानकारी जुटाने और उनके खात्मे का काम करती है।
चीन की खुफिया एजेंसी MSS का पूरा नाम मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी है। इसकी नींव जुलाई, 1983 में रखी गई। ये एजेंसी चीन की सेंट्रल नेशनल सिक्योरिटी कमीशन को रिपोर्ट करती है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस की स्थापना जनवरी, 1948 में ब्रिटिश ऑफिसर रॉबर्ट कॉवथोम ने की थी। इसका हेडक्वार्टर इस्लामाबाद में है।
फ्रांस की इस खुफिया एजेंसी का पूरा नाम डायरेक्टर जनरल फॉर एक्सटर्नल सिक्योरिटी है। 2 अप्रैल 1982 में बनी इस में की गई थी। इस एजेंसी का सालाना बजट 880 मिलियन यूरो है।
रूस की खूफिया एजेंसी का पूरा नाम फॉरेन इंटेलिजेंस सर्विस है। इसका पुराना नाम KGB है। इसकी स्थापना दिसंबर 1991 में हुई। इसका हेडक्वार्टर मॉस्को में स्थित है।
इसका पूरा नाम ऑस्ट्रेलियन सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस है। 13 मई, 1952 को वजूद में आई इस एजेंसी का काम सुरक्षा के साथ अपने हितों को बढ़ावा देने के लिए विदेशी खुफिया जानकारी जुटाना है।
जर्मनी की खुफिया एजेंसी का नाम Bundesnachrichtendienst है। इसकी स्थापना 1 अप्रैल 1956 में हुई। ये एजेंसी पॉलिटिकल, इकोनॉमिक और मिलिट्री फॉरेन इंटेलिजेंस का काम करती है।