म्यांमार में शुक्रवार, 28 मार्च को 7.2 तीव्रता का भूकंप आया। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार, भूकंप का केंद्र 10 किमी गहराई में था। इसका केंद्र मंडाले शहर के पास था।
भूकंप के झटके थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी महसूस किए गए। लोग घबराकर घरों और बिल्डिंगों से बाहर निकल आए। इस भूकंप से म्यांमार में कितना नुकसान हुआ है, इसकी जानकारी नहीं है।
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जो कुछ ही सेकंड में भारी तबाही मचा सकता है। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है।
रिक्टर स्केल 3.0 से कम तीव्रता का भूकंप महसूस भी नहीं होता या या हल्का कंपन, 3.0-4.9 तीव्रता के भूकंप से हल्का झटका और कोई नुकसान नहीं होता है।
रिक्टर स्केल पर 5.0-5.9 तीव्रता के भूकंप से कमजोर इमारतों में हल्का नुकसान पहुंच सकता है।6.0-6.9 तीव्रता के भूकंप से इमारतों की दीवारों में दरारें, कमजोर कंस्ट्रक्शन को भारी नुकसान
रिक्टर स्केल पर 7.0-7.9 तीव्रता का भूकंप घरों और मजबूत बिल्डिंग्स को भी गिरा सकता है। इससे बड़े स्तर पर नुकसान होता है। 8.0 से ज्यादा का भूकंप बड़े पैमाने पर तबाही ला सकता है।
घरों को गिराने में भूकंप के अलावा और कई फैक्टर जरूरी होते हैं, जैसे बिल्डिंग की क्वालिटी, मजबूत नींव और भूकंपरोधी डिजाइन, भूकंप का केंद्र (एपिसेंटर), जमीन का प्रकार, भूकंप की गहराई
अगर आपका घर भूकंपरोधी तकनीक से बनाया गया है तो यह 7.0 तक के झटके सह सकता है। लेकिन अगर घर पुराना या कमजोर बना है तो 5.0 से 6.0 तक का भूकंप भी नुकसान पहुंचा सकता है।
घर में मजबूत फाउंडेशन बनवाएं, भूकंपरोधी निर्माण सामग्री यूज करें, इमरजेंसी प्लान बनाएं, भारी फर्नीचर को दीवार से कसकर लगाएं, भूकंप आने पर 'ड्रॉप, कवर और होल्ड' नियम को फॉलो करें।