फिनलैंड लगातार 7वें साल दुनिया का सबसे खुशहाल देश है। यहां अपराध और गरीबी कम है। स्वास्थ्य सेवा और सार्वजनिक सेवाएं ठीक से मिलती हैं। लोग सरकारी अधिकारियों पर भरोसा करते हैं।
डेनमार्क में ऊंच-नीच का अंतर कम है। सरकार लोगों के कल्याण पर ध्यान देती है। उच्च शिक्षा के लिए अच्छी व्यवस्था है। इलाज के लिए बेहतर और मुफ्त सरकारी व्यवस्था है।
आइसलैंड में समानता की संस्कृति और सामुदायिक भावना है। यहां के प्रशासन और न्याय में पारदर्शिता है। लोग अच्छे स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के कारण खुश हैं।
स्वीडन की खुशहाली का राज सामाजिक समानता है। शिक्षा से स्वास्थ्य तक सरकार लोगों के लिए बेहतर इंतजाम करती है। बच्चे के जन्म के बाद 16 महीने की सवेतन पारिवारिक छुट्टी मिलती है।
सीमाओं पर भीषण जंग लड़ रहा इजरायल दुनिया का 5वां सबसे खुशहाल देश है। इसकी वजह इस देश का लाइफ सटिस्फैक्शन, इकोनॉमिक्स, स्वास्थ्य, सामाजिक समर्थन और उदारता पर अधिक वोट पाना है।
नीदरलैंड में सरकार लोगों को इलाज के लिए अच्छी व्यवस्था देती है। लोग सरकारी योजनाओं से खुश हैं। उनका सार्वजनिक संस्थानों में विश्वास है। रोजगार के लिए भी अच्छा वातावरण है।
प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद के मामले में दुनिया में पहले स्थान पर है। यहां के लोग स्वतंत्रता, सरकार से मिलने वाले मदद और अच्छी स्वास्थ्य सेवा से खुश हैं।
नॉर्वे में आम लोगों का जीवन बहुत अच्छा है। यहां आर्थिक खुशहाली है। सरकार प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन जिम्मेदारी से करती है।
स्विटजरलैंड छोटा लेकर अमीर देश है। यहां बेहतरीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम है। इलाज के लिए अच्छे सरकारी अस्पताल हैं।
यूरोप के बाहर इजराइल के अलावा ऑस्ट्रेलिया एकमात्र ऐसा देश है जो 2024 में सबसे खुशहाल टॉप 10 देशों में जगह बना पाया है।