यूक्रेन की एक महिला ने दावा किया है उसे कुत्तों ने पाला था। उसकी कहानी टार्जन और मोगली जैसी है। वह कुत्तों की तरह हाथ और पैरों पर चलती है। कुत्तों की तरह व्यवहार भी करती है।
इस महिला का नाम ऑक्साना मलाया है। मलाया का दावा कि उनका बचपन कुत्तों के साथ गुजरा है। शराबी माता-पिता ने उसे 3 साल की उम्र में ठंड में बाहर छोड़ दिया।
मलाया अपने पालतू कुत्ते के लिए बने घर में चली गई थी। वह वहां कुत्ते के साथ लगभग पांच साल तक रही।
मलाया ने भौंकना, गुर्राना और जानवरों की तरह चलना सीखा। मलाया ने कहा कि मां के बहुत सारे बच्चे थे। हमारे पास पर्याप्त बिस्तर नहीं थे। मैं रेंगकर कुत्ते के पास गई, उसके साथ रहने लगी।
मलाया ने बताया कि जीवित रहने के लिए उसने कुत्ते के घर के अंदर अपने लिए जगह बनाया। वह 9 साल की उम्र तक कुत्ते के पास ही रही।
मलाया ने कहा कि उनका कुत्ते और पड़ोस के अन्य आवारा कुत्ते उनके साथ अपने जैसा व्यवहार करते थे। जब तक उसे बचाया गया तब तक वह बोलने की क्षमता खो चुकी थी।
मलाया ने कुत्ते की तरह भौंकना सीख लिया था। वह कुत्तों की बातें समझती और कुत्ते भी उसकी बात समझ जाते थे।
मलाया ने कुत्तों के साथ रहने के दौरान कच्चा मांस खाया। वह कूड़ेदान में खाना खोजती थी। मलाया अब विशेष देखभाल संस्थान में रहती है।
संस्थान की निदेशक अन्ना चालाया ने बताया कि वह इंसान के बच्चे की तुलना में छोटे कुत्ते की तरह ज्यादा थी। पानी देखती थी तो जीभ दिखाती थी। हाथों से नहीं अपनी जीभ से खाना खाती थी।
मलाया को 9 साल की उम्र में बचाया गया। यूक्रेनी अधिकारी उसे बचाने पहुंचे तो कुत्तों ने ऐसा करने से रोका। कभी कोशिश के बाद अधिकारी मलाया को कुत्तों के घर से निकाल पाए।