लाल सागर में जहाजों पर हमले कर रहे यमन के हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर US और UK ने शुक्रवार को फिर से हमला किया। आगे पढ़ें US और UK हौथियों पर किन हथियारों से अटैक कर रहे हैं।
अमेरिकी नौसेना ने यमन में टॉमहॉक मिसाइल से अटैक किया है। यह कम ऊंचाई पर उड़ने वाला सब सोनिक क्रूज मिसाइल है। यह अपने साथ 453 किलो विस्फोटक ले जाता है।
US नेवी टॉमहॉक मिसाइल को युद्धपोत और सबमरीन दोनों से लॉन्च करती है। ये मिसाइल बेहद सटीक अटैक करते हैं। US ने 1991 में ऑपरेशन डेजर्ट स्ट्रॉम के वक्त पहली बार इसका इस्तेमाल किया था।
गाइडेड-मिसाइल पनडुब्बी USS फ्लोरिडा से यमन पर अटैक किया गया है। यह परमाणु ऊर्जा से चलती है। US के पास ऐसे चार सबमरीन हैं। यह अपने साथ 154 टॉमहॉक मिसाइल लेकर चलती है।
USS फ्लोरिडा की ताकत मार्च 2011 में दिखाई गई थी। ऑपरेशन ओडिसी डॉन के दौरान इसने लीबिया पर करीब 100 टॉमहॉक मिसाइल फायर किए थे।
US नेवी अपने गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर से भी हमला कर रही है। इन डिस्ट्रॉयर द्वारा भी टॉमहॉक मिसाइल दागे गए हैं। ये डिस्ट्रॉयर 90 से 96 मिसाइल एक बार में लॉन्च कर सकते हैं।
यमन में हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर यूके ने अपने फाइटर जेट टाइफून से हवाई हमला किया है। इसने Paveway IV बम गिराए हैं। हर बम अपने साथ 500 विस्फोटक ले जाता है।
टाइफून दो इंजन वाला सिंगल सीट विमान है। यह 1.8 मैक चक की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। यह 55 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।