मोहम्मद मुइज्जू ने मालदीव के राष्ट्रपति पद का शपथ लेने के बाद भारत की ओर से पहुंचे केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू से औपचारिक रूप से सेना हटाने को कहा।
मालदीव में भारत के करीब 70 सैनिक हैं। भारतीय सैनिक, रडार और सर्विलांस एयरक्राफ्ट का संचालन करते हैं।
भारत-चीन विवाद के बीच मालदीव एक भू-राजनीतिक हॉटस्पॉट बन चुका है।
मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि वह भू-राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में उलझना नहीं चाहता। भारत-चीन दोनों के साथ मिलकर काम करना चाहता। हम ऐसी प्रतिद्वंद्विता के लिए छोटे देश हैं।
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, इब्राहिम मोहम्मद सोलिह का स्थान लेंगे। मुइज्जू, पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के करीबी हैं। यामीन चीन के करीबी माने जाते हैं।
पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन का कार्यकाल 2013 से 2018 तक रहा। यामीन ने अपने कार्यकाल में बीजिंग से भारी कर्ज लिया था।
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना से कहा था कि वह बीजिंग के साथ मजबूत संबंध चाहते हैं। वह यामीन के रोडमैप पर काम करेंगे।
पूर्व राष्ट्रपति यामीन को भ्रष्टाचार और अपराध के आरोपों में 11 साल की जेल की सजा हुई थी। इसलिए इस बार वह चुनाव नहीं लड़े और मुइज्जू का नामांकन कराया।
दरअसल, मुइज्जू सरकार चाहती है कि भारतीय सैनिक मालदीव से हट जाएं ताकि चीन के साथ उसके संबंध में कोई दूरी न आए। यह दोनों देशों से संतुलन बनाने की कोशिश का भी हिस्सा है।
मालदीव का आकार दिल्ली के पांचवें हिस्से के बराबर है। यहां करीब पांच लाख लोग रहते हैं। लेकिन दुनिया का यह लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट है।