सार
तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में गहनों ने शोरूम में लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। लेकिन इस लूट की चर्चा एक खास कारण हो रही है। इस लूट को 'बिल्लियों' ने अंजाम दिया।
तमिलनाडु: आज के ज़माने में लूट-पाट की घटनाएं आम हो गई हैं। भले ही सुरक्षा के कई तरीके आ गए हैं। जैसे हर जगह आज की डेट में सीसीटीवी कैमरे मौजूद होते हैं। फिर भी डकैती और चोरी की घटनाओं में इजाफा ही हुआ है। खुद को पुलिस से बचाने के लिए अपराधी कई तरीके अपनाते हैं। ऐसा ही एक मामला तमिलनाडु से सामने आया है। जहां अपराधियों ने मजेदार तरीके से 13 करोड़ की डकैती को अंजाम दिया।
बिल्ली का भेष बना डकैती
लूट की ये वारदात गांधी जयंती की है। तिरुचिरापल्ली में ललिता ज्यूलर्स के यहां रात को डकैत घुस आए। सभी ने बिल्ली का मुखौटा पहन रखा था। डकैती की ये वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। जिसमें सभी अपराधी बिल्ली का मुखौटा पहने नजर आ रहे हैं।
इस तरह दिया लूट को अंजाम
डकैतों ने शोरूम के पीछे की दीवार में एक बड़ा छेद किया था। उसी के जरिए सभी अंदर आए थे। डकैतों ने शोरूम के ग्राउंड फ्लोर से डायमंड और सोने के गहने चुराए। इनका वजन करीब 25 किलो था। डकैतों ने बड़े आराम से गहने निकले और बैग में भर लिए। उन्होंने सीसीटीवी में देखकर पोज भी दिए। लेकिन किसी भी डकैत की पहचान नहीं हो पाई।
सुबह उड़े मालिक के होश
जब अगली सुबह दुकान के मालिक ने जब शोरूम का शटर खोला तो अंदर का हाल देख हैरान हो गया। पूरे शोरूम का सामान तीतर-बितर था। सारे केस खाली थे। डकैतों ने पूरा शोरूम साफ कर दिया था। ये देखते ही होटल मालिक ने तुरंत पुलिस को खबर बुलाया। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले। उसमें डकैती की घटना तो कैद थी। लेकिन सभी अपराधी बिल्ली के भेष में थे। फिलहाल पुलिस ने डकैतों का पता लगाने के लिए टीम का गठन कर दिया है और जोर-शोर से उनकी तलाश चल रही है।