सार

दिवाली के दिन भारत के अलावा कई देशों में लक्ष्मीपूजा होती है। लेकिन अगर हम आपसे कहे कि दुनिया में एक ऐसा देश भी है, जहां दिवाली के दिन कुत्तों की पूजा होती है तो?

नेपाल: दिवाली यानी रोशनी का त्योहार। इस दिन पुरे भारत में लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा होती है। मार्केट्स में दीये और लाइट्स बिकते हैं। लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश है, जहां दिवाली पर कुत्तों की पूजा होती है। इसे कुकुर त्योहार कहते हैं। 

पांच दिनों का होता है त्योहार 
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में दिवाली पांच दिनों के लिए मनाई जाती है। पूरे देश में दिवाली को धूमधाम से मनाया जाता है। इस सेलेब्रशन के दूसरे दिन यहां कुकुर त्योहार मनाया जाता है। इस दिन लोग कुत्तों की पूजा की जाती है। चाहे कुत्ते पालतू हों, या सड़क पर घूमने वाले आवारा, लोग सभी की पूजा करते हैं। उनके गले में माला पहनाई जाती है और माथे पर सिन्दूर से तिलक लगाया जाता है। कुत्तों की पूजा करने के बाद उन्हें खाना खिलाया जाता है। इस साल कुकुर त्योहार 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा। 

महाभारत से जुड़ी है ये परंपरा 
नेपाल में कुत्तों की पूजा करने का ये रिवाज महाभारत से जुड़ा है। कहा जाता है कि जब पांडव स्वर्ग के लिए जा रहे थे, तो रास्ते में उन्हें एक कुत्ता मिला, जो उनके साथ ही चल दिया। इसके बाद युधिष्ठिर से सारे भाई और बीवी बिछड़ गए लेकिन कुत्ते ने उनका साथ नहीं छोड़ा। इसके बाद युधिष्ठिर ने स्वर्ग के अंदर बिना कुत्ते के जाने से मना कर दिया।  

पांच दिन पूजे जाते हैं पांच जानवर 
नेपाल में दिवाली का ये त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है। इसमें पहले दिन कौए की पूजा की जाती है। दूसरे दिन कुत्ते की तो तीसरे दिन गाय की पूजा होती है। चौथे दिन पर्यावरण की पूजा की जाती है। यहां तक की लोग खुद को भी पूजते हैं।  

दुनिया में फैल रहा त्योहार 
कुकुर त्योहार को 2016 में मेक्सिको ने भी अपना लिया था। तब से वहां भी कुत्तों को पूजते हैं। जानवरों की वफादारी के बदले उन्हें पूजने का ये तरीका लोगों को काफी पसंद आ रहा है।