सार
भारत में कई धर्म के लोग रहते हैं। लेकिन सभी धर्मों को सम्मान देने का रिवाज था। इसी बीच तमिलनाडु में छठी कक्षा के बच्चों से एग्जाम में ऐसे सवाल किये गए, जिसने बवाल बचा कर रख दिया।
तमिलनाडु: जहां देश में सांप्रदायिक मुद्दों को लेकर हमेशा तनाव रहता है, इसी बीच एक स्कूल की परीक्षा में बच्चों से ऐसे ऊटपटांग सवाल किये गए, जिसके बाद लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है।
दरअसल, तमिलनाडु के केंद्रीय विद्यालय की छठी कक्षा में परीक्षा चल रही थी। वहां एक विषय में सवाल किया गया वो दलित से क्या समझते हैं? इसके अलावा दूसरा सवाल था कि मुसलामानों की कैसी छवि है? इन सभी सवालों के जवाब के लिए चार ऑप्शन दिए गए थे। बच्चों को इनमें से कोई एक ऑप्शन चुनना था। इन दो सवालों से कई सांप्रदायिक समुदाय भड़क गए।
कई राजनितिक पार्टियां भी इसके विरोध में उतर आई है। डीएमके चीफ एमके स्टालिन ने इस प्रश्नपत्र की फोटो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की। साथ ही उन्होंने लिखा कि ऐसे सवाल बच्चों से पूछे जाने को लेकर वो हैरान हैं। ये सवाल बच्चों से पूछे जाने लायक नहीं है। साथ ही उन्होंने इस प्रश्नपत्र को बनाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
इतना ही नहीं, एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी इसे शेयर करते हुए विरोध किया। हालांकि इस पूरे मामले पर केंद्रीय विद्यालय और सीबीएसई ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हालांकि, सीबीएसई का कहना है कि वो सिर्फ दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं आयोजित करता है। इसके अलावा आतंरिक परीक्षा के सवाल सीबीएसई तय नहीं करती। हालांकि, मामले को लेकर जांच शुरू कर दी गई है।