सार

आज पूरी दुनिया में पर्यावरण पर खतरा बढ़ता जा रहा है। प्रदूषण के लगातार बढ़ते जाने से जलवायु परिवर्तन की स्थिति पैदा हो गई है। ग्रीनहाउस गैसों के ज्यादा मात्रा में उत्सर्जन के कारण समुद्रों का जल-स्तर बढ़ता जा रहा है। इससे समुद्र तटों पर बसे कई शहरों, यहां तक कि द्वीपों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। 

हटके डेस्क। आज पूरी दुनिया में पर्यावरण पर खतरा बढ़ता जा रहा है। प्रदूषण के लगातार बढ़ते जाने से जलवायु परिवर्तन की स्थिति पैदा हो गई है। ग्रीनहाउस गैसों के ज्यादा मात्रा में उत्सर्जन के कारण समुद्रों का जल-स्तर बढ़ता जा रहा है। इससे समुद्र तटों पर बसे कई शहरों, यहां तक कि द्वीपों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। भारत के दक्षिणी सिरे से करीब 595 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देश मालदीव भी इस संकट की चपेट में है, लेकिन इसे लेकर दुनिया के दूसरे देशों में किसी तरह की चिंता दिखाई नहीं पड़ती। मालदीव में कबीब 1200 छोटे-छोटे द्वीप हैं, जहां दुनिया भर के पर्यटक आते हैं। इसे पर्यटकों का स्वर्ग कहा गया है। 

यहां के लोग हैं चिंतित
बता दें कि मालदीव की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन पर ही आधारित है। यहां के ज्यादा लोग पर्यटन से जुड़े व्यवसायों में ही लगे हैं। जलवायु परिवर्तन से अपने देश के अस्तित्व पर मंडराते खतरे से वे चिंतित भी हैं, पर कुछ कर पाने में असमर्थ हैं। यह एक ऐसी समस्या है जिसका कोई देश खुद समाधान नहीं कर सकता। मालदीव के द्वीपों पर होटल और रिजॉर्ट बड़ी संख्या में हैं और पर्यटकों के लिए हर तरह की सुविधाएं वहां मौजूद हैं। यहां के रिजॉर्ट में काम करने वाले एक शख्स का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की समस्या कितनी गंभीर है और इसके परिणाम कितने खतरनाक हो सकते हैं, यह मैं जानता हूं। लेकिन सवाल है कि इस समस्या को दूर करने के लिए क्या किया जा सकता है।

क्या कहना है वैज्ञानिकों का
वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन से उन सभी शहरों के डूबने का खतरा है, जो समुद्र के किनारे बसे हैं। इसकी वजह है कि बढ़ते तापमान के कारण ग्लेशियर बड़ी तेजी से पिघल रहे हैं और इससे समुद्र का जल-स्तर बढ़ रहा है। देर-सबेर इससे खतरा पैदा होगा ही। बढ़ते तापमान को कम करने का कोई उपाय विकसित देश नहीं अपना रहे। 

क्या पूरी तरह से कोई देश डूब सकता है
पर्यावरणविदों का कहना है कि यह संभव नहीं कि कोई देश पूरी तरह डूब जाए, पर छोटे-छोटे प्रायद्वीप डूब सकते हैं। उनका कहना है कि मालदीव का अस्तित्व अगर पूरी तरह नहीं भी मिटा तो कुछ द्वीप जरूर डूब जाएंगे। यही नहीं, दुनिया के दूसरे कुछ द्वीपों पर भी समुद्र में डूब जाने का खतरा मंडरा रहा है।