सार
शुक्रवार को बगदाद में अमेरिका के हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर के कुद्स फोर्स के प्रमुख ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी।
बगदाद: अमेरिकी हमले में ईरान एवं इराक के शीर्ष कमांडरों के मारे जाने की घटना के बाद उग्रपंथियों के खिलाफ लड़ाई में मदद कर रहे अमेरिका के नेतृत्व वाले सुरक्षा बलों की संख्या इराक अभियान में कम कर दी गई है। अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अमेरिकी नेतृत्व वाले बल ने अपना प्रशिक्षण और चरमपंथियों के खिलाफ अभियान ‘‘सीमित’’ कर दिया है। उसने कहा, ‘‘हमारी शीर्ष प्राथमिकता गठबंधन सैनिकों की सुरक्षा है।’’ सूत्रों ने बताया, ‘‘यह (अभियान) बंद नहीं हुआ है। जिन इराकी सैन्य अड्डों पर हमारी गठबंधन सेनाएं मौजूद हैं, वहां हमने सुरक्षा बढ़ा दी है और रक्षात्मक उपाय किए हैं।’’
अधिकारी ने बताया कि हाल के महीने में अमेरिकी सैनिकों पर ईरान समर्थित धड़े की ओर से रॉकेट हमलों में इजाफा होने के बाद यह बदलाव किया गया है।
रॉकेट हमले में एक अमेरिकी ठेकेदार की मौत-
निगरानी प्रयासों का ध्यान अब इस्लामिक स्टेट समूह के बजाय संभावित नए हमलों पर केंद्रित है। पिछले महीने रॉकेट हमले में एक अमेरिकी ठेकेदार की मौत हो गई थी जिससे इराकी जमीन पर अमेरिका और ईरान के बीच छद्म युद्ध की आशंका बढ़ गई थी। शुक्रवार को बगदाद में अमेरिका के हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर के कुद्स फोर्स के प्रमुख ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी।
हमले में हशद अल-शाबी की मौत-
हमले में इराक के हशद अल-शाबी के उप प्रमुख की भी मौत हो गई थी। अधिकतर शिया धड़े का नेटवर्क हशद अल-शाबी ईरान के करीब है और वह इराक सरकार के सुरक्षा बल में भी शामिल है। शनिवार को हशद ने कहा कि राजधानी के उत्तर में उनके सुरक्षा बलों के काफिले पर नये हमले हुए। इराकी सरकारी मीडिया ने इन हमलों के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है।
हालांकि अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रवक्ता ने इससे इनकार किया है। प्रवक्ता माइल्स कैगिंस ने कहा, ‘‘अमेरिका या गठबंधन की ओर से कोई हमला नहीं हुआ।’’
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)