सार
चीन ने जल और थल, दोनों जगहों पर अभियान चलाने में सक्षम अपने प्रथम जहाज का जलावतरण किया है। यह चीन के जमीनी बलों को समुद्र से दुश्मन के क्षेत्र में हमलों को अंजाम दे पाने में सक्षम बनाएगा।
बीजिंग. चीन ने जल और थल, दोनों जगहों पर अभियान चलाने में सक्षम अपने प्रथम जहाज का जलावतरण किया है। यह चीन के जमीनी बलों को समुद्र से दुश्मन के क्षेत्र में हमलों को अंजाम दे पाने में सक्षम बनाएगा। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के मुताबिक इस जहाज का बुधवार को जलावतरण किया गया। खबर में कहा गया है कि इस जहाज को चीन ने खुद ही विकसित किया है। जहाज का अब योजना के मुताबिक नौवहन परीक्षण किया जाएगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक नया जहाज जल और थल पर अभियान चलाने वाला टाइप 075 श्रेणी का नए प्रकार का जहाज है। इस पर हेलीकॉप्टर भी उतारा जा सकता है। आधिकारिक मीडिया की खबर के मुताबिक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) नौसेना के पास एक विमानवाहक पोत (लियोनिंग) है जिसे सक्रिय सेवा में 2012 में शामिल किया गया था। वहीं, दूसरे स्वदेश निर्मित विमान वाहक पोत का अभी परीक्षण चल रहा है और तीसरे का युद्धगति से निर्माण चल रहा है। चीन की योजना आने वाले बरसों में पांच से छह विमानवाहक पोत हासिल करने की है।
चीनी नौसेना ने मई में दो और निर्देशित मिसाइल विध्वंसकों को सक्रिय सेवा में शामिल किया था, जिससे इस तरह के जहाजों की संख्या 20 पहुंच गई। गौरतलब है कि चीनी नौसेना ने इतिहास में पहली बार हिंद महासागर में जिबौती में अपना एक अड्डा बनाया है और वह अरब सागर में पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह का विकास कर रहा है। श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह में भी चीनी नौसेना की पैठ बढ़ रही है।
(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)