सार
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के बीच सेना में बड़े बदलाव किये गए हैं। मेजर जनरल जियाउल अहसन को हटाकर मेजर जनरल एएसएम रिदवानुर रहमान को NTMC का महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
ढाका। बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक संकट (Bangladesh political crisis) के बीच सत्ता सेना के हाथों में है। नई अंतरिम सरकार बनने तक देश चलाने के लिए सेना में बड़े बदलाव किए गए हैं। सेना के ISPR (Inter-Services Public Relations) ने बताया है कि राष्ट्रीय दूरसंचार निगरानी केंद्र (NTMC) के महानिदेशक मेजर जनरल जियाउल अहसन को सेवा से हटा दिया गया है। मेजर जनरल एएसएम रिदवानुर रहमान को NTMC का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद सैफुल आलम को विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है।
सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ बने मिजानुर रहमान शमीम
लेफ्टिनेंट जनरल मिजानुर रहमान शमीम को सेना का चीफ ऑफ जनरल स्टाफ बनाया गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मुजीबुर रहमान को आर्मी ट्रेनिंग एंड डॉक्ट्रिन कमांड का जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) बनाया गया है। लेफ्टिनेंट जनरल अहमद तबरेज शम्स चौधरी को क्वार्टर मास्टर जनरल बनाया गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद शाहीनुल हक को राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज (एनडीसी) का कमांडेंट बनाया गया है।
आईजीपी ने पुलिसकर्मियों से कहा- अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें
पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून ने मंगलवार को पुलिस बल के सदस्यों से धैर्य के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने का आग्रह किया। इसके साथ ही उन्होंने पुलिसकर्मियों से अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखने की अपील की। अल-मामून ने वीडियो संदेश में कहा, "मैं सभी पुलिसकर्मियों से अनुरोध करता हूं कि वे धैर्य और मजबूत मनोबल के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करें। अपनी सुरक्षा बनाए रखें।"
शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद छिप गए पुलिस अधिकारी
बता दें कि शेख हसीना के सोमवार को इस्तीफा देकर भारत चली गईं थीं। इसके बाद आईजीपी की यह पहली ब्रीफिंग है। इस घटनाक्रम के बाद कई शीर्ष पुलिस अधिकारी छिप गए हैं। आईजीपी ने ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि घायल पुलिसकर्मियों का इलाज कराया जाएगा। उन्होंने राजनीतिक दलों और छात्र नेताओं से आग्रह किया कि वे देशवासियों से पुलिस और उसके प्रतिष्ठानों पर हमला करने से बचने की अपील करें।