सार

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि चीन खतरे से खेल रहा है। अगर चीन ने हमला किया तो अमेरिका ताइवान की रक्षा करेगा। बाइडेन ने कहा कि हम ताइवान की रक्षा के लिए वचनबद्ध हैं। 

टोक्यो। क्वाड शिखर सम्मेलन (Quad summit) में शामिल होने जापान आए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने ताइवान के मामले में कहा कि चीन खतरे से खेल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर चीन ने हमला किया तो अमेरिका ताइवान की रक्षा करेगा। 

यह पूछे जाने पर कि चीन ने ताइवान पर बल पूर्वक कब्जा करने की कोशिश की तो क्या अमेरिका सैन्य हस्तक्षेप करेगा। जो बाइडेन ने कहा कि हम ताइवान की रक्षा के लिए वचनबद्ध हैं। हम एक चीन नीति से सहमत थे, हमने उस पर हस्ताक्षर किए ... लेकिन यह विचार कि इसे बल द्वारा लिया जा सकता है, उचित नहीं है।

व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि ताइवान के प्रति अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बाइडेन ने हमारी एक चीन नीति और ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दोहराया है। उन्होंने ताइवान को अपनी रक्षा के लिए सैन्य साधन प्रदान करने के लिए ताइवान संबंध अधिनियम के तहत हमारी प्रतिबद्धता को भी दोहराया है।

जापान की सैन्य क्षमता बढ़ाने की योजना को अमेरिका का समर्थन
गौरतलब है कि अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार एशिया के दौरे पर आए जो बाइडेन ने सोमवार को कहा था कि वे जापान की सैन्य क्षमता बढ़ाने की योजना का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि वे जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ एशिया में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए काम कर रहे हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने बैठक के बाद एक बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने जापान की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के किशिदा के दृढ़ संकल्प की सराहना की है। दोनों नेता चीन के अधिक से अधिक बल प्रयोग करने वाले व्यवहार (जो अंतरराष्ट्रीय कानून के विपरीत है) पर मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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नरेंद्र मोदी के साथ भी होगी बात
बता दें कि क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जापान में हैं। क्वाड की बैठक से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। इस दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध, श्रीलंका संकट समेत कई अंतरराष्ट्रयी और द्विपक्षीय मामलों पर बात हो सकती है। 

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