सार
First person to receive pig heart transplant dies : 8 जनवरी 2021 को दुनिया में पहली बार अमेरिका के मेरीलैंड हॉस्पिटल में एक इंसान की जान को बचाने के लिए डॉक्टरों ने यह प्रयास किया था। डॉक्टरों का मानना था कि इसके अलावा जान बचाने के लिए दूसरा कोई चारा नहीं था। इस ट्रांसप्लांट के लिए मरीज की सर्जरी की गई, जिसके 3 दिन बाद बहुत अच्छा महसूस कर रहा था। लेकिन ट्रांसप्लांट के दो महीने बाद इस मरीज की मौत हो गई।
मेरीलैंड। अमेरिका के मेरीलैंड में दो महीने पहले डॉक्टरों ने वो कर दिखाया था, जो पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने इंसान की जान बचाने के लिए सूअर का दिल उसके दिल में ट्रांसप्लांट किया था। इस दिल के सहारे वह व्यक्ति करीब दो महीने जीवित रहा, लेकिन आखिरकार बुधवार को उसकी मौत हो गई। यह ट्रांसप्लांट 57 साल के डेविड बेनेट में किया गया था। न्यूज एजेंसी एएफपी ने यह जानकारी दी।
सर्जरी के तीन दिन बाद सही थी हालत
8 जनवरी 2021 को दुनिया में पहली बार अमेरिका के मेरीलैंड हॉस्पिटल में एक इंसान की जान को बचाने के लिए डॉक्टरों ने यह प्रयास किया था। डॉक्टरों का मानना था कि इसके अलावा जान बचाने के लिए दूसरा कोई चारा नहीं था। इस ट्रांसप्लांट के लिए मरीज की सर्जरी की गई, जिसके 3 दिन बाद बहुत अच्छा महसूस कर रहा था। हालांकि, डॉक्टरों का कहना था कि अभी कुछ नहीं कहा जा सकता कि यह कितना कारगर साबित होगा।
डॉक्टरों को मिली थी नई दिशा
इंसान के दिल में सूअर का दिल ट्रांसप्लांट करने के बाद मेडिकल साइंस में नई उम्मीद जागी थी। संभावना जताई जा रही थी कि इससे इंसान के शरीर में जानवरों के अंग प्रत्यारोपित करने के लिए चल रहे प्रयास की दिशा में कदम आगे बढ़े हैं। द्य
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डेविड ने कहा था अंधेरे में तीर चलाने जैसा
इस ट्रांसप्लांट के पहले डेविड ने कहा कहा था कि मेरे पास सिर्फ दो ही विकल्प थे या तो मर जाऊं या फिर ट्रांसप्लांट के लिए तैयार हो जाऊं। मैं जीना चाहता हूं। यह ट्रांसप्लांट अंधेरे में तीर चलाने जैसा था। डेविड पिछले कई महीने से हार्ट-लंग बाईपास मशीन के सहारे बिस्तर पर पड़े हैं। लेकिन अब वे उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द बिस्तर से उठकर बाहर निकलेंगे।
इससे पहले सुअर की किडनी ट्रांसप्लांट हो चुकी है
इससे पहले अक्टूबर, 2021 में किसी इंसान को सूअर की किडनी का सफलतापूर्व (Pig Kidney Transplant) हुआ था। यह चमत्कार भी अमेरिकी डॉक्टरों ने किया था। दुनियाभर के लाखों लोग किडनी फेल्योर से जूझ रहे हैं, उनके लिए यह ट्रांसप्लांट एक उम्मीद है। यह कमाल न्यूयॉर्क शहर के एनवाईयू लैंगोन हेल्थ मेडिकल सेंटर के सर्जनों ने किया था। हालांकि सर्जन इस दिशा में लंबे समय से काम कर रहे थे। डॉक्टरों ने जेनेटिकली मोडिफाइड सुअर को (genetically modified donor animal) की किडनी डोनर के रूप में इस्तेमाल की थी। इस जीन एडिटिंग को यूनाइटेड थेरेप्यूटिक्स की सहायक बायोटेक फर्म रेविविकोर (Revivicor) ने किया था।