सार
जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान प्रोपेगेंडा के तहत हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस मुद्दे को उठाकर लगातार झूठ बोल रहा है। लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है। ऐसा ही कुछ रविवार को हुआ। जब मालदीव की संसद में कश्मीर मुद्दे को उठाने पर पाकिस्तान की बेइज्जती हुई।
माले. जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान प्रोपेगेंडा के तहत हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस मुद्दे को उठाकर लगातार झूठ बोल रहा है। लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है। ऐसा ही कुछ रविवार को हुआ। जब मालदीव की संसद में कश्मीर मुद्दे को उठाने पर पाकिस्तान की बेइज्जती हुई।
मालदीव की संसद में साउथ एशियन स्पीकर समिट के दौरान पाकिस्तान के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने कश्मीर का मुद्दा उठाने की कोशिश की। इस पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने पाकिस्तान से आए दल को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा अपने ही लोगों के नरसंहार की याद भी दिलाई।
बेबस मुसलमानों पर जुल्म हो रहा- पाकिस्तान
पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी और पाकिस्तानी सीनेटर कुर्रतुल ऐन मारी कर रहीं थीं। कासिम सूरी ने कहा, हम कश्मीर के बेबस मुसलमानों पर जो जुल्म हो रहे हैं उसे अनदेखा नहीं कर सकते। हमें उनके साथ होने वाली नाइंसाफियों का पश्चाताप करना होगा। पाकिस्तान की नीति लाचार लोगों के साथ खड़े होने की है।
भारत की ओर से राज्यसभा उपसभापति ने दिया जवाब
राज्यसभा उपसभापति हरिवंश ने कहा कि हम इस मंच पर भारत का आतंरिक मामला उठाने पर पाकिस्तान की निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को जरूरत है कि वह समर्थित आतंकी गतिविधियों और सीमापार आतंकवाद को खत्म करे, जिससे क्षेत्र में शांति बहाल हो सके। हरिवंश प्रसाद ने कहा, जिस देश ने अपने ही मुल्क के एक विशेष क्षेत्र के लोगों का नरसंहार किया और जिसके वजह से अलग देश बना, उन्हें क्या नैतिक अधिकार है कि वे किसी और पर उंगली उठाएं।