सार

सूडान में खूनी संघर्ष जारी है। इस बीच सेना नेअर्धसैनिक बलों ठिकानों पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए। जानकारी के मुताबिक संघर्ष में अब तक 75 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक भारतीय नागरिक शामिल भी है।

खार्तूम: सूडान की सेना रविवार को अर्धसैनिक बलों के साथ जारी खूनी संघर्ष में बढ़त हासिल करती दिखाई दी। सेना ने बलों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए। एक चश्मदीद ने कहा कि हमले में संयुक्त राष्ट्र के तीन कार्यकर्ताओं सहित कम से कम 59 नागरिक मारे गए। बता दें कि सूडान की ट्रांजिशनल गवर्निंग सॉवरेन काउंसिल के प्रमुख जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान की वफादार सेना और जनरल मोहम्मद हमदान दगालो के नेतृत्व वाले पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के बीच शनिवार को लड़ाई शुरू हुई थी।

गौरतलब है कि शनिवार को सूडान की राजधानी खार्तूम में भीषण गोलीबारी और विस्फोट की शुरुआत हुई. यहां सेना और पैरामिलिट्री 'रैपिड सपोर्ट फोर्स' के बीच संघर्ष चल रहा है.जानकारी के मुताबिक सूडान में अर्धसैनिक बलों और सेना के बीच संघर्ष में अब तक 75 से अधिक नागरिकों की मौत हो गई है। मृतकों में एक भारतीय भी शामिल है। सूडान स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिक की मौत की पुष्टि ने की है।

तीन घंटे रुकी लड़ाई

इससे पहले बुरहान और हेमेदती ने शाम 4 बजे से लड़ाई को तीन घंटे रोकने पर सहमति व्यक्त की थी, लेकिन जैसे ही रात हुई स्थानीय लोगों ने बहरी के काफौरी जिले में तोपों की गड़गड़ाहट और युद्धक विमानों की आवाज सुनी दी। एक चशमदीद ने रॉयटर्स को बताया कि सेना ओमडुरमैन, खारटौम के सिस्टर सिटी, नील नदी के उस पार, काफौरी और शार्ग एल-निल जिलों में आरएसएफ ठिकानों पर हवाई हमले कर रही थी।

मिस्र ने मध्यस्थता की पेशकश की

इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, रूस, मिस्र, सऊदी अरब, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, यूरोपीय संघ और अफ्रीकी संघ ने शत्रुता को शीघ्र समाप्त करने की अपील की है। पड़ोसी देशों और क्षेत्रीय संगठो नें हिंसा को समाप्त करने के प्रयास रविवार को तेज कर दिए। केन्याई राष्ट्रपति विलियम रुटो के कार्यालय ने ट्विटर पर कहा कि मिस्र ने मध्यस्थता की पेशकश की है।

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लोगों में डर का माहौल

इसके अलवा स्थानियों लोगों ने रायटर को बताया कि सेना ने खार्तूम क्षेत्र में आरएसएफ बैरकों और ठिकानों पर हवाई हमले किए और अर्धसैनिक बलों की अधिकांश सुविधाओं को नष्ट करने में कामयाब रही। उन्होंने कहा कि सेना ने आरएसएफ से खार्तूम के राष्ट्रपति महल के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण वापस ले लिया। लोगों ने कहा कि आरएसएफ के सदस्य सेना द्वारा घिरे खार्तूम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के भीतर ही रहे। उन्होंने कहा कि वह डरे हुए हैं और वह धमाकों और घर के हिलने के कारण 24 घंटे से सोए नहीं हैं।