सार
अमेरिका की बॉयोटेक कंपनी मॉडर्ना ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया। कंपनी का कहना है कि वैक्सीन कोरोना के मरीजों के लिए 94.5% तक असरदार है। मॉडर्ना ने यह दावा तीसरे यानी अंतिम चरण के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजों के आधार पर किया गया। खास बात ये है कि वैक्सीन 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान में 30 दिन तक सुरक्षित रह सकती है।
वॉशिंगटन. अमेरिका की बॉयोटेक कंपनी मॉडर्ना ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया। कंपनी का कहना है कि वैक्सीन कोरोना के मरीजों के लिए 94.5% तक असरदार है। मॉडर्ना ने यह दावा तीसरे यानी अंतिम चरण के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजों के आधार पर किया गया। खास बात ये है कि वैक्सीन 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान में 30 दिन तक सुरक्षित रह सकती है।
कंपनी के मुताबिक, अमेरिका में 30,000 से ज्यादा लोगों पर तीसरे चरण में ट्रायल किया गया। इसमें 65 से ज्यादा हाई रिस्क कंडीशन वाले लोग भी शामिल थे। कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव स्टीफन बैंसेल ने कहा, वैक्सीन बनाने में यह अहम पल है।
अब आगे क्या?
मॉडर्ना अब फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से वैक्सीन के इमरजेंसी में इस्तेमाल की मंजूरी मांग सकती है। माना जा रहा है कि इश साल के आखिरी तक अमेरिका में इस वैक्सीन की 2 करोड़ डोज मिल जाएंगे। कंपनी की अगले साल तक दुनिया में 50 करोड़ से 1 अरब डोज बनाने की योजना है।
अब तक की सबसे असरदार वैक्सीन
मॉडर्ना के मुताबिक, वैक्सीन कोरोना के मरीजों के लिए 94.5% तक असरदार है। वहीं, इससे पहले कंपनी फाइजर और उसकी सहयोगी जर्मनी की बॉयोएनटेक ने 90% से ज्यादा कारगर वैक्सीन का दावा किया था। जबकि रूस की वैक्सीन स्पुतनिक ने वैक्सीन को 92% तक असरदार बताया है।