दुनियाभर में ईद का जश्न, लेकिन 3 मुस्लिम देशों में गम का माहौल, एक में हो रही बमबारी
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दुनिया के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को ईद-उल-फितर (Eid Ul Fitr) मनाई गई। वहीं, भारत सहित बाकी देशों में आज ईद का जश्न मनाया जा रहा है। बता दें कि मुसलमान रमजान के महीने में रोजे रखने के बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाते हैं। इस मौके पर घरों में खास पकवान बनते हैं और लोग एक दूसरे के घर जाते हैं। ईद-उल-फितर का त्योहार चांद दिखने पर मनाया जाता है।
ईद का चांद अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग दिन या समय पर दिखाई देता है। यह ही वजह के शुक्रवार को अरब देशों में ईद मनाई गई, वहीं बाकी देशों में आज त्योहार का जश्न मना रहे हैं। गौतलब है कि इस समय तीन मुस्लिम देशों में गम का माहौल, जिससे वहां ईद की खुशियों में खटास आ गई है। इनमें से एक में तो बमबारी हो रही है।
तुर्किये और सीरिया में लोगों ने नम आंखों के साथ ईद मनाई। बता दें कि इसी साल छह फरवरी को दोनों देशों में विनाशकारी भूंकाप आया था, जिसकी तीव्रता 7.8 थी।
इस भूकंप में 50 हजार से अधिक लोग मारे गए थे। लिहाजा दोनों देशों में अपने प्रियजनों को खोने वाले लोग हर बार की तरह इस बार ईद का जश्न नहीं मना पाए।
सूडान के अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) और सेना के बीच जंग छिड़ी हुई। हालांकि, ईद के मद्देनजर RSF ने 72 घंटे के युद्ध विराम का ऐलान किया है, लेकिन जंग के कारण देश में ईद का जश्न फीका पड़ गया है।
जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान के नेतृत्व वाली सूडानी सेना और लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद हमदान के नेतृत्व वाले एक शक्तिशाली अर्धसैनिक समूह रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच जारी हिंसा में अब तक 200 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच यमन में सऊदी अरब और ईरान के बीच सुलह से गृह युद्ध के अंत की उम्मीदें बढ़ गई हैं। 2014 में यमन में सऊदी अरब और ईरान के बीच छद्म युद्ध छिड़ गया था, जिसके चलते यह गरीब देश अलग-थलग पड़ गया।
सऊदी अधिकारियों और ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के बीच हाल में यमन की राजधानी सना में वार्ता शुरू हुई है। रमजान के अंतिम दिनों में दोनों ओर से सैंकड़ों कैदियों की अदला-बदली की गई।