ईरान की मिलिट्री ने स्टेट टीवी को एक बयान जारी कर बताया है कि मानवीय भूल की वजह से उसने एयरक्राफ्ट को निशाना बनाया। मिलिट्री का कहना है कि विमान ईरान की सेंसिटिव मिलिट्री साइट के पास उड़ रहा था। क्रैश हुए बोइंग विमान में 176 लोग सवार थे। सभी लोगों की मौत हो गई।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में खतरनाक वायु प्रदूषकों की उच्च सांद्रता के लिए यातायात, निर्माण और घरेलू उष्मा जैसे प्रदूषण के स्थानीय स्रोत काफी जिम्मेदार हैं
भारत के पूर्वोत्तर के दूरदराज राज्य, मेघालय में रह रही आठ बच्चों की मां तिलोद खोंगविर याद करती हैं, “पहले हमारे पास साल भर प्रचुर मात्रा में पानी रहता था क्योंकि प्राकृतिक रूप से यहां बहुत बारिश होती थी।”
नागरिक उड्डयन प्रमुख ने कहा,‘‘ब्लैक बॉक्स की सूचनाएं...बयान देने के मकसद से उड्डयन संगठन के लिए अहम होती हैं।’’ उन्होंने कहा कि उनकी जांच की जा रही है।’’
देश के उत्तर पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में गत चार जनवरी को अज्ञात बंदूकधारियों ने परविंदर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी
ईरान के साथ तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा, उनके शासनकाल में अमेरिका के किसी भी दुश्मन को बख्शा नहीं जाएगा।
अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रेप्रजेंटेटिव से ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अधिकार सीमित करने का 'वॉर पावर्स' प्रस्ताव पारित हो गया है।अब इस प्रस्ताव को कांग्रेस के ऊपरी सदन सीनेट में पेश किया जाएगा, जहां इसके भाग्य का फैसला होना है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने यह दावा किया है कि क्रैश हुआ विमान ईरान की ही मिसाइल से गिरा था। वहीं, ईरान ने इस बात से इंकार करते हुए सबूत मांगा है।
बगदादा. अमेरिका द्वारा बगदाद एयरपोर्ट पर किए गए हमले के बाद से इराक बौखलाया हुआ है। अमेरिका द्वारा किए गए हमले में मारे गए ईराकी सेना के कमांडर कासीम सुलेमानी की मौत के बाद से ईरान लगातार इराक में मौजूद अमेरिकी एइन-अल-असद एयरबेस पर हमला कर रहा है। सुलेमानी का बदला लेते हुए ईरान की ओर से पहले 20 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइल दागी गई। गुरुवार को भी दो रॉकेट दागे गए। जिस एयरबेस पर ईरान ने रॉकेट दागे हैं, अब वहां की सैटेलाइट तस्वीर सामने आई है जिसमें साफ दिख रहा है कि इस हमले से कितना नुकसान हुआ है।
चीन में रहस्यमय ढंग से फैले निमोनिया की वजह एक नए वायरस को मान रहा है, जिस कारण अबतक 59 लोगों की मौत हो चुकी है