सार

आर्थिक संकट (Pakistan economic crisis) के चलते पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस PIA ने कर्मचारियों की सैलरी में 35 फीसदी की कटौती की है। इसके चलते पायलट नौकरी छोड़ रहे हैं। 30 से अधिक पायलटों ने इस्तीफा दे दिया है।

इस्लामाबाद। आर्थिक संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान (Pakistan economic crisis) की हालत खराब होती जा रही है। स्थिति यह हो गई है कि पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस PIA (Pakistan International Airlines) अपने कर्मचारियों को पूरी सैलरी तक नहीं दे पा रही है। इसके चलते पायलट नौकरी छोड़कर जा रहे हैं।

PIA के 30 से अधिक पायलटों ने इस्तीफा दे दिया है। इससे पाकिस्तान के सिविल एविएशन इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा है। अचानक पायलटों के नौकरी छोड़ने के चलते PIA बड़े संकट में फंस गई है। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार PIA ने आर्थिक संकट के चलते अपने कर्मचारियों की सैलरी में 35 फीसदी कटौती की घोषणा की थी। इसके बाद पायलटों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया।

सात साल से नहीं बढ़े थे पायलटों के वेतन
वेतन में हुई कटौती से पायलट और उनके संगठन नाराज हैं। पाकिस्तान एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन (PALPA) वेतन घटाने का विरोध किया है। संगठन ने कहा है कि पिछले सात साल से पायलटों के वेतन में वृद्धि नहीं हुई है।

पाकिस्तान में पायलटों की सैलरी
PALPA के अनुसार पाकिस्तान में प्राइवेट एयरलाइन्स फर्स्ट ऑफिसर को 9 लाख रुपए (पाकिस्तानी) वेतन देते हैं। वहीं, कैप्टन को 16-18 लाख रुपए वेतन मिलता है। पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन PIA में अधिकतर सीनियर पायलटों का वेतन 7 लाख रुपए के करीब है। संगठन का कहना है कि यह वेतन अच्छी तरह जीवन जीने के लिए पर्याप्त नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान स्थिति के कारण अधिक पायलट पीआईए छोड़ने के लिए तैयार हैं। इससे पहले से संकटग्रस्त एयरलाइन पर और दबाव पड़ेगा।

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विदेशी एयरलाइंस में जा रहे हैं PIA के पायलट
PALPA के अनुसार PIA के पायलट विदेशी एयरलाइंस में जा रहे हैं। कुछ पायलट जिन्हें पहले फर्जी लाइसेंस वाले 262 पायलटों की लिस्ट में रखा गया था, उन्होंने भी पीआईए छोड़ दिया है। उन्हें दुनिया की टॉप क्लास एयरलाइंस द्वारा अधिक वेतन पर नौकरी का ऑफर मिला था। पीआईए के अधिकांश पायलट अब बेहतर वेतन की तलाश में विदेशी एयरलाइनों में जाने की योजना बना रहे हैं। ऐसा होता है तो पीआईए के पास अनुभवी पायलटों की भारी कमी हो जाएगी।

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