सार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपनी कुर्सी बचाने के लिए 172 वोट की जरूरत है। दो सहयोगी दलों ने विपक्ष का साथ देने की घोषणा कर दी है। अब इमरान के पास 164 सदस्यों का समर्थन रह गया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (Imran Khan) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अपना बहुमत खो दिया है। बुधवार को उनके दो प्रमुख सहयोगियों ने 3 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया।
इमरान को अपनी सरकार बचाने के लिए 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में कम से कम 172 सदस्यों के वोट की आवश्यकता है। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के बुधवार को बाहर होने से पीटीआई के नेतृत्व वाला सत्तारूढ़ गठबंधन 164 पर आ गया है। दूसरी ओर विपक्ष के पास अब 175 सदस्यों का समर्थन है।
विपक्षी नेताओं शहबाज शरीफ, बिलावल भुट्टो जरदारी और मौलाना फजलुर रहमान ने एमक्यूएम-पी के संयोजक खालिद मकबूल सिद्दीकी के सत्तारूढ़ गठबंधन से बाहर होने का स्वागत करते हुए एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन किया। बाद में पीएम इमरान खान ने राष्ट्र के नाम अपना संबोधन स्थगित करने का फैसला किया।
पाकिस्तान में हुई मुख्य राजनीतिक हलचलें
- पीटीआई के एक प्रमुख सहयोगी एमक्यूएम-पी ने बुधवार को इमरान खान प्रशासन के लिए अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया। पार्टी के दो नेताओं, फरोग नसीम और अमीनुल हक ने संघीय सरकार के मंत्रियों के रूप में इस्तीफा दे दिया।
- इमरान खान की पीटीआई की एक अन्य सहयोगी बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) ने घोषणा की कि वह 3 अप्रैल को होने वाले मतदान में विपक्ष का साथ देगी।
- मंत्री शेख राशिद अहमद ने संवाददाताओं से कहा था कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान "आखिरी गेंद तक लड़ेंगे"।
- पाकिस्तान के थल सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम के साथ बुधवार को इस्लामाबाद में पीएम इमरान खान से मुलाकात की। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इस दावे को खारिज कर दिया कि सेना प्रमुख ने पीएम इमरान खान को पद छोड़ने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि न तो सेना प्रमुख ने इस्तीफा मांगा है और न ही इमरान खान इस्तीफा देंगे।
- पीएम इमरान खान ने अपने मंत्रिमंडल की एक "विशेष बैठक" बुलाई। उन्होंने अपनी सरकार को गिराने के लिए "अंतरराष्ट्रीय साजिश" का हवाला देते हुए एक पत्र के कुछ हिस्सों को साझा किया।
- विपक्षी नेताओं के एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन किया। पीएमएल-एन नेता शहबाज शरीफ ने कहा कि प्रधानमंत्री को नई परंपरा स्थापित करने के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए।
- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि शहबाज शरीफ जल्द ही देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। 2018 में हमारे खिलाफ साजिश हुई थी। इमरान खान अब प्रधानमंत्री नहीं रहे। उन्होंने अपना समर्थन खो दिया है।
- एमक्यूएम-पी प्रमुख खालिद मकबूल सिद्दीकी ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि हम सहिष्णुता और सच्चे लोकतंत्र की राजनीति की एक नई शुरुआत करना चाहते हैं। मैं संसद में विपक्ष का समर्थन करने की घोषणा करता हूं।
- बुधवार शाम को इस्लामाबाद के सिंध हाउस में विपक्षी नेताओं की संयुक्त बैठक हुई। पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इस बैठक में इमरान खान की पीटीआई के कई विधायक शामिल हुए, जिनमें आमिर लियाकत भी शामिल थे।
- पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता फैसल वावड़ा ने दावा किया है कि पीएम इमरान खान की हत्या की साजिश रची गई है। प्रधानमंत्री को सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करते समय बुलेटप्रूफ शील्ड का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
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