सार

पीएम नरेंद्र मोदी फ्रांस के दौरे पर पहुंच चुके हैं। पेरिस में पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया है। वे फ्रांस के बैस्टिल डे परेड में शामिल होंगे और दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाने पर बड़े फैसले लिए जाएंगे।

 

PM Modi France Visit. फ्रांस के राफेल के बारे में आपने कई बातें सुनी होंगी, कई स्पेशिफिक चीजें आपके सामने आई होंगी लेकिन पहली बार हम आपको राफेल की पहली और शानदार तस्वीर दिखा रहे हैं। राफेल का पहला लुक गुरूवार को फ्रांस के एवरेक्स-फॉविले एयर बेस पर दिखाई दिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बैस्टाइड डे परेड से पहले फ्रांस ने राफेल की पहली झलक दुनिया के दिखा दी है।

भारत के लिए फ्रांस का दौरा क्यों महत्वपूर्ण है

भारत के लिए यह बहुत सम्मान का क्षण है क्योंकि सैन्य दल के हिस्से के रूप में भारतीय वायु सेना के 3 राफेल लड़ाकू जेट, पेरिस के चैंप्स एलिसीज पर बैस्टाइल डे फ्लाईपास्ट में भाग लेने के लिए तैयार हैं, जहां प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी होंगे मुख्य अतिथि बने हैं। राफेल का पहला लुक गुरुवार को फ्रांस के एवरेक्स-फॉविले एयर बेस पर सामने आया। रिपोर्ट्स की मानें तो 101 स्क्वाड्रन (राफेल) के कमांडिंग ऑफिसर और बैस्टिल डे फ्लाईपास्ट में भाग लेने वाले फॉर्मेशन के लीडर ग्रुप कैप्टन अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम राफेल को एक बार फिर फ्रांस लाए हैं। पीएम मोदी बैस्टाइल डे परेड में सम्मानित अतिथि होंगे और हम फ्लाईपास्ट की शुरुआती संरचनाओं का हिस्सा होंगे।

ग्रुप कैप्टन अभिषेक त्रिपाठी ने क्या कहा

ग्रुप कैप्टन अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि राफेल्स सर्वश्रेष्ठ एवियोनिक्स है जो दुनिया के सभी लड़ाकू विमानों के पास है, यहां तक ​​कि उनसे भी बेहतर... संक्षेप में कहें तो, यह एक बहुत ही कॉम्पैक्ट, असाधारण, शक्तिशाली, बेहद चुस्त और बहुत ही विवेकशील मशीन है। वहीं ग्रुप कैप्टन अनिंदो सूर ने कहा कि 4500 मील के करीब इतनी दूर तक उड़ान भरना हमारे लिए बहुत जूनून भरा है। हमारा विमान बीच में कहीं नहीं उतरा। हमने हवा में ही हवा में ईंधन भरा। हमने 10 घंटे से अधिक समय तक लगातार उड़ान भरी और पहली बार किसी विमान ने भारत से इतनी लंबी उड़ान भरी है। ग्रुप कैप्टन ने कहा कि यह भारत के लिए एक अद्भुत एहसास है। उन्होंने कहा कि हमने दो अभ्यास उड़ानें भरी हैं और हमारे लिए उस खास दिन के लिए 4 विमान मौजूद हैं।

क्या होता है फ्रांस में बैस्टाइल डे

फ्रांस में बैस्टाइल डे को ले क्वाटोर्ज जुइलेट के नाम से जाना जाता है। 1880 में फ्रांसीसी इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़ों की याद में 14 जुलाई को आधिकारिक राष्ट्रीय अवकाश मनाया जाता है। फ्रांसीसी क्रांति आधिकारिक तौर पर 5 मई 1789 को शुरू हुई। तब किंग लुईस XVI ने टैक्स के लिए एस्टेट जनरल की मीटिंग बुलाई। लेकिन यह मीटिंग फ्रांस के लोगों की खराब लाइफ स्टाइल की बहस में तब्दील हो गई। राजा बनाम प्रजा की इस बहस ने बड़ा आंदोलन खड़ा कर दिया।

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