सार

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, चीन और ब्राज़ील पर भारी शुल्क लगाने की धमकी दी है। यह बयान ऐसे समय आया है जब पीएम मोदी अगले महीने ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं। ट्रंप ने 'अमेरिका फर्स्ट' नीति पर ज़ोर दिया।

Trump threat to India China and Brazil: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, लगातार दूसरे देशों को धमकी देने और अमेरिका फर्स्ट का राग अलापने में लगे हुए हैं। ट्रंप ने मंगलवार को भारत, चीन और ब्राजील को भारी शुल्क लगाने का दावा करते हुए कहा कि उनकी सरकार इन देशों को आगे बढ़ने नहीं देगी। उन्होंने कहा: हम अब दूसरे देशों को और नहीं करने देंगे क्योंकि हम 'अमेरिका फर्स्ट' को प्राथमिकता देंगे।

फ्लोरिडा में हाउस रिपब्लिकन के एक सम्मेलन में बोलते हुए ट्रंप ने स्वीकार किया कि प्रभावशाली ब्रिक्स ग्रुप के मेंबर भारत, चीन और ब्राजील अपने-अपने राष्ट्रीय हितों में काम कर रहे हैं। लेकिन ये देश अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखते हैं।

ट्रंप ने अपने भाषण में कहा: हम उन देशों पर टैरिफ लगाएंगे जो हमें नुकसान पहुंचाने का इरादा रखते हैं। भारत, चीन, ब्राजील जैसे देश बड़े टैरिफ लगाने वाले हैं लेकिन हम इसे अब और नहीं होने देंगे क्योंकि हम 'अमेरिका फर्स्ट' पर चलेंगे।

मोदी-ट्रंप मीटिंग की अटकलें

यह बयान ऐसे समय आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने वॉशिंगटन में ट्रंप से मुलाकात कर सकते हैं। ट्रंप और मोदी के बीच खास दोस्ती का दावा किया जाता है। ट्रंप के लिए पीएम मोदी और मोदी के लिए डोनाल्ड ट्रंप एक दूसरे के देशों में रैली तक कर चुके हैं। दोनों नेताओं ने सोमवार रात फोन पर बातचीत की थी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस बातचीत में टैरिफ का मुद्दा शामिल था या नहीं, लेकिन भारत के 'अवैध प्रवासियों' पर रुख पर चर्चा हुई।

चुनाव अभियान में भी भारत पर निशाना

डोनाल्ड ट्रंप पहले भी भारत को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। अपने चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने भारत को बहुत बड़ा दुर्व्यवहार करने वाला देश कहा था। इसके पहले ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में कोरोना की दवा के लिए भारत से बदला लेने की धमकी दी थी। 

अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाने की योजना

अपने 'अमेरिका फर्स्ट' मॉडल पर जोर देते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी नागरिकों से टैक्स लेने के बजाय विदेशी देशों पर शुल्क लगाकर अमेरिका को समृद्ध किया जाएगा। उन्होंने विदेशी कंपनियों से कहा: अगर आप हमारे उच्च शुल्क से बचना चाहते हैं तो अपने संयंत्र अमेरिका में लगाइए। ट्रंप ने यह भी कहा कि उनकी योजना अमेरिकी सैन्य जरूरतों के लिए इस्पात, एल्यूमीनियम और अन्य सामग्रियों पर भी शुल्क लगाने की है। उन्होंने कहा कि हमें प्रोडक्शन वापस लाना होगा। एक समय था जब हम एक दिन में एक जहाज बनाते थे। अब हमें यह भी नहीं पता कि हम क्या कर रहे हैं।"

टैरिफ को हथियार बनाने की रणनीति

ट्रंप ने कोलंबिया के साथ टैरिफ विवाद का उदाहरण दिया। जब कोलंबिया ने 'अवैध प्रवासियों' से भरे एक विमान को स्वीकार करने से इनकार कर दिया तो ट्रंप ने देश पर 25% का भारी शुल्क लगाया। कोलंबिया के राष्ट्रपति को आखिरकार झुकना पड़ा। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलाइन लेविट ने इसे अमेरिका की 'जीत' बताया। उन्होंने कहा कि आज की घटना स्पष्ट करती है कि दुनिया अब अमेरिका का सम्मान करती है।

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