सार

अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने हमले की निंदा की। इसके अलावा यूरोपीय संघ और अन्य पश्चिमी देशों ने भी हमले की कड़ी शब्दों में निंदा की। इसमें वो लोग भी शामिल है, जिन्होंने रूस यूक्रेन हमले में यूक्रेन का पक्ष लिया है।

रूस में हमला। रूस के मॉस्को में शुक्रवार (22 मार्च) को आतंकी हमले को अंजाम दिया गया, जिसकी जिम्मेदारी ISIS ने ली है। इस हमले में अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 145 लोग घायल हो चुके हैं। ये मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल शॉपिंग मॉल और कॉन्सर्ट कॉम्प्लेक्स में किया गया। उस दौरान कॉन्सर्ट हॉल में पिकनिक रॉक बैंज का एक प्रोग्राम होने वाला था। ठीक प्रोग्राम के पहले क्रोकस सिटी हॉल में घुसकर 5 आतंकियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी, इसके अलावा उन्होंने दहशत फैलाने के लिए बम विस्फोट किया, जिसकी वजह ले मॉल की छत धुं-धु कर जल गई और पूरी बिल्डिंग आग के लपटों से घिर गई।

हमलों के बारे में विदेशी समाचार एजेंसी AFP ने चश्मदीदों से बात की। चश्मदीदों ने बताया कि पिकनिक रॉक बैंड की तरफ से प्रोग्राम शुरू होने के चंद मिनट पहले ऑटोमेटिक गन से गोलीबारी की गई। इस मंजर को देखकर मॉल में मौजूद लोगों में चीख-पुकार मच गई। सारे लोग इधर-उधर भागने लगे। 

इंटरफैक्स समाचार एजेंसी ने आपातकालीन सेवाओं से संबंधित लोगों के हवाले से बात करते हुए जानकारी दी की, लगभग 5 की संख्या में सेना की वर्दी पहने लोग मॉल में घुसे और सबसे पहले मॉल के गार्ड को गोली से मार गिराया और फिर हमला शुरू कर दिया। गोलियों से बचने के लोग हॉल में सीटों के पीछे छिप गए।

रूसी अधिकारी हमलावरों को कर रहे तलाश

हमले के कुछ घंटों बाद घटनास्थल पर मौजूद AFP के एक पत्रकार ने कॉन्सर्ट हॉल की छत से काला धुआं और आग की लपटें निकलती देखी, जिसमें 6,000 लोग समा सकते थे। मीडिया ने कहा कि छत का एक हिस्सा ढह गया है। रूस की सुरक्षा मंत्रालय ने कहा कि अग्निशमन सेवाओं ने कॉन्सर्ट हॉल के बेसमेंट से लगभग 100 लोगों को भागने में मदद की। 

वहीं TASS समाचार एजेंसी ने कहा कि पिकनिक समूह के सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इसके अलावा छत पर फंसे लोगों को बचाने के लिए बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। हमले के बाद आतंकी भाग गए, जिसकी तलाश रूसी अधिकारी कर रहे हैं।

अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने हमले की कि निंदा

अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने हमले की निंदा की। इसके अलावा यूरोपीय संघ और अन्य पश्चिमी देशों ने भी हमले की कड़ी शब्दों में निंदा की। इसमें वो लोग भी शामिल है, जिन्होंने रूस यूक्रेन हमले में यूक्रेन का पक्ष लिया है। इस्लामिक स्टेट समूह द्वारा जारी एक बयान में जिम्मेदारी का दावा किया गया लेकिन रूस ने तुरंत किसी को दोषी नहीं ठहराया। हालांकि, दूसरी तरफ रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि अगर इस हमले के तार यूक्रेन से जुड़ते है तो उनको हम पूरी तरह से नष्ट कर देंगे। 

हालांकि, इस पर अमेरिका ने कहा कि इस हमले से यूक्रेन का कोई संबंध नहीं है। इस हमले पर यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने रूसी स्पेशल सर्विस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि रूस इसका इस्तेमाल युद्ध को तेज करने के लिए करेगा। यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश के खिलाफ आरोप रूसी समाज में यूक्रेनी विरोधी उन्माद को और बढ़ावा देने के लिए क्रेमलिन द्वारा एक योजनाबद्ध उकसावे की कार्रवाई  के तहत की गई है।

अमेरिकी दूतावास ने हमले की जताई थी आशंका

अमेरिकी दूतावास ने हमले से दो हफ्ते पहले कहा था कि चरमपंथियों द्वारा मॉस्को में संगीत समारोहों सहित सामूहिक समारोहों को निशाना बनाया जा सकता है। वहीं इसी क्रम में रूसी अधिकारियों ने 3 मार्च को घोषणा की थी कि काकेशस क्षेत्र के एक छोटे से मुस्लिम-बहुल गणराज्य इंगुशेटिया में एक ऑपरेशन में छह संदिग्ध इस्लामिक स्टेट लड़ाके मारे गए हैं। रूस पिछले दिनों इस्लामी उग्रवादियों के हमलों का निशाना रहा है, लेकिन बिना किसी स्पष्ट राजनीतिक संबंध के बड़े पैमाने पर हत्याएं भी हुई हैं।

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