सार

सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को नेपाल पुलिस के जिस अधिकारी ने 2003 में गिरफ्तार किया था उसने 12 साल की उम्र में एक अमेरिकी महिला की अधजली लाश देखी थी। उसी घटना के बाद उसने पुलिस डिटेक्टिव बनने का फैसला किया था। उस महिला की हत्या शोभराज ने की थी।
 

काठमांडू। सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने रिहा कर दिया है। 'बिकनी किलर' नाम से कुख्यात शोभराज को गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारी की कहानी बड़ी अनोखी है। शोभराज ने 1976 में नेपाल में अमेरिकी नागरिक कोनी जो बोरोनजिच और उसके कनाडाई प्रेमी लॉरेंट कैरिएर की हत्या कर दी थी। उस पुलिस अधिकारी ने 12 साल की उम्र में कोनी जो ब्रोंजिच की लाश देखी थी और फैसला किया था कि पुलिस डिटेक्टिव बनूंगा। 

इस पुलिस अधिकारी का नाम गणेश के.सी है। उन्होंने 2003 में उप पुलिस अधीक्षक पद पर रहते हुए 40 साल की उम्र में शोभराज को काठमांडू के एक कसीनो से गिरफ्तार किया था। गणेश ने शोभराज के बारे में बताया कि बचपन में उनके साथ एक दर्दनाक घटना घटी थी। उन्होंने अमेरिकी पर्यटक कोनी जो ब्रोंजिच के आधे जले हुए शरीर को देखा था। इसके बाद पुलिस डिटेक्टिव बनने का फैसला किया था। 

उन्होंने कहा, "मैं मुश्किल से 12 साल का था। मैंने काठमांडू में मनहारा नदी के पास लोगों को अमेरिकी पर्यटक कोनी जो ब्रोंजिच के शव को देखने के लिए दौड़ते देखा। लोगों को देख मैं भी नदी किनारे गया। वहां अमेरिकी महिला का अधजला शव पड़ा हुआ था। उसे शोभराज ने मार डाला था। 1976 में ब्रोंजिच और उसके कनाडाई दोस्त लॉरेंट कैरिएर को शोभराज ने मार दिया था। 

डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने के नाम पर काठमांडू आया था शोभराज
27 साल बाद गणेश को शोभराज को पकड़ने की जिम्मेदारी मिली थी। गणेश ने बताया कि शोभराज एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने के नाम पर काठमांडू आया था। उसे दरबारमार्ग स्थित रॉयल कैसीनो के पास देखा गया था। द हिमालयन टाइम्स अखबार ने उसकी तस्वीर प्रकाशित की थी। तस्वीर सामने आने के बाद काठमांडू मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने उसे पकड़ने का अभियान शुरू किया था। 

यह भी पढ़ें- कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को नेपाली सुप्रीम कोर्ट ने किया रिहा, इस वजह से मिला था 'बिकनी किलर' नाम

गणेश ने बताया कि उस वक्त नेपाल पुलिस के पास कोई सबूत नहीं था कि शोभराज ने अमेरिकी और कनाडाई पर्यटकों की हत्या की थी। पुलिस ने पहले उसे आव्रजन कानून का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया। इसके बाद परिस्थितिजन्य सबूतों के आधार पर उस पर हत्या का आरोप लगाया। इसमें होटल की रजिस्ट्री पर उसके साइन शामिल थे। हम दो पर्यटकों की हत्या के तीन दशक बाद शोभराज को गिरफ्तार कर पाए थे। 

यह भी पढ़ें- कोरोना से चीन में रोज हो रही 5,000 लोगों की मौत, दवा के लिए फैक्ट्री के बाहर लगी लाइन, हो रही ब्लैक मार्केटिंग

गणेश ने बताया कि शोभराज ने दोनों पर्यटकों को गहने लूटने के लिए मार डाला था। उसने एशिया में ज्यादातर पश्चिमी देशों से आए पर्यटकों के साथ दोस्ती की और बाद में उन्हें नशा देकर मार डाला। 1972 से 1976 के बीच उसने 15-20 लोगों की हत्या की। उसके द्वारा मारी गई दो महिलाओं के शव सिर्फ बिकनी में मिले थे। इसके बाद शोभराज को बिकनी किलर नाम मिला था।