सार
CNN ने एक वीडियो रिपोर्ट में दावा किया कि एक महिला पत्रकार और उसका कैमरापर्सन काबुल से रिपोर्टिंग कर रहे थे। वे स्थानीय लोगों से बात कर रहे थे। तभी तालिबान लड़ाकों ने पथराव कर दिया।
काबुल. तालिबान लगातार अफगान नागरिकों की सुरक्षा की बात कर रहा है। हिंसा न करने का वादा कर रहा है। लेकिन जमीनी हकीकत ठीक इससे उलट है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान लड़ाकों ने काबुल और नंगरहार प्रांत के जलालाबाद में पत्रकारों पर हमला किया।
सीएनएन के वीडियो रिपोर्ट में दावा
सीएनएन ने एक वीडियो रिपोर्ट में दावा किया कि एक महिला पत्रकार और उसका कैमरापर्सन काबुल से रिपोर्टिंग कर रहे थे। वे स्थानीय लोगों से बात कर रहे थे। तभी तालिबान लड़ाकों ने पथराव कर दिया। महिला रिपोर्टर पर पहले से ही काला हिजाब पहना था। वह अपना चेहरा ढक लेती है।
हंगामे की स्थिति देख सीएनएन की टीम पीछे हट गई। तभी एक तालिबान विद्रोही असॉल्ट राइफल के साथ उनके पास आता है। तभी उसे रिपोर्ट करने का लेटर दिखाया जाता है, जिसके बाद वह पीछे हट जाता है।
पहले भी हुए पत्रकारों पर हमलें
इससे पहले 18 अगस्त को भी जलालाबाद में तालिबान विरोधी प्रदर्शनों के दौरान पत्रकारों पर हमलों की खबर आई। तालिबानियों ने वहां स्थानीय लोगों पर गोलियां चला दीं। गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए।
तालिबान ने रिपोर्टर को पीटा
एक स्थानीय समाचार एजेंसी के रिपोर्टर बबरक अमीरजादा ने कहा कि तालिबान ने उन्हें और एक अन्य एजेंसी के एक टीवी कैमरामैन को हंगामे के बीच पीटा।
अप्रैल 2021 में पब्लिश ह्यूमन राइट्स वॉच की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सीएनएन ने कहा कि तालिबान ने जानबूझकर पत्रकारों को निशाना बनाया है, जिनमें महिला पत्रकार भी शामिल हैं।
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