सार
अमेरिका में राष्ट्रपति चुने जाने के बाद जो बाइडेन ने शनिवार को देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, वे राष्ट्रपति के तौर पर देश और समाज को तोड़ने के बजाए, एकजुट करेंगे। बाइडेन ने कहा, आप लोगों ने स्पष्ट जनादेश दिया। यह अमेरिका की नैतिक जीत है।
वॉशिंगटन. अमेरिका में राष्ट्रपति चुने जाने के बाद जो बाइडेन ने शनिवार को देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, वे राष्ट्रपति के तौर पर देश और समाज को तोड़ने के बजाए, एकजुट करेंगे। बाइडेन ने कहा, आप लोगों ने स्पष्ट जनादेश दिया। यह अमेरिका की नैतिक जीत है। वहीं, कमला हैरिस ने कहा, वे उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला हो सकती हैं, लेकिन आखिरी नहीं हैं।
इससे पहले जो बाइडेन दौड़ते हुए मंच तक पहुंचे। दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प बाइडेन पर उम्रदराज होने का आरोप लगाते रहे हैं। बाइडेन 20 जनवरी को शपथ लेंगे। वे उस वक्त 78 साल यानी अमेरिका के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगे।
परिवार और पत्नी का जताया आभार
बाइडेन ने कहा, मार्टिन लूथर किंग ने भी यही कहा था। गौर से सुनिए। आज अमेरिका बोल रहा है। इस दौरान बाइडेन ने अपनी पत्नी जिल और परिवार का भी आभार जताया।
ट्रम्प के समर्थकों को दिया संदेश
बाइडेन ने ट्रम्प और उनके समर्थकों को भी संदेश दिया। बाइडेन ने कहा, मैं जानता हूं, जिन लोगों ने ट्रम्प को वोट किया, वे आज निराश होंगे। मैं भी कई बार हारा हूं। यही लोकतंत्र की खूबसूरती है कि इसमें सबको मौका मिलता है। चलिए, नफरत खत्म कीजिए। एक-दूसरे की बात सुनिए और आगे बढ़िए। विरोधियों को दुश्मन समझना बंद कीजिए, क्योंकि हम सब अमेरिकी हैं। बाइबल हमें सिखाती है कि हर चीज का एक वक्त होता है। अब जख्मों का भरने का वक्त है।
कोरोना पर टास्क फोर्स का करेंगे ऐलान
बाइडेन ने कहा कि वे सोमवार को कोरोना पर टास्क फोर्स का ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा, सबसे पहले कोरोना को कंट्रोल करना होगा। फिर इकोनॉमी और देश को रास्ते पर लाना होगा।
लोकतंत्र के लिए बलिदान देना पड़ता है- कमला हैरिस
इससे पहले अमेरिका की उप राष्ट्रपति बनने जा रहीं कमला हैरिस ने देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा, लोकतंत्र की कोई गारंटी नहीं होती। ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे बनाए रखने के लिए कितनी मेहनत कर रहे हैं। इसलिए इसे हल्के में मत लीजिए। इसके लिए बलिदान देना पड़ता है। इसके बाद ही खुशी मिलती है। हम भी यही कर रहे हैं। इस बार के मतदान में लोकतंत्र भी दांव पर था।
हैरिस ने कहा, हम सबने मिलकर इस देश को खूबसूरत बनाया है। अब आपकी आवाज सुनी जाएगी। मैं बिल्कुल मानती हूं कि इस वक्त कई चुनौतियां हमारे सामने हैं। खासतौर पर पिछले कुछ महीने मुश्किल भरे रहे। हमने काफी दर्द झेला, लेकिन हमारे पास हिम्मत और जज्बा है।
उप राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला हैं कमला
पहली महिला उप राष्ट्रपति बनने को लेकर कमला हैरिस ने कहा, वे इस पद पर पहली महिला हो सकती हैं, लेकिन यह आखिरी नहीं है। दरअसल, कमला हैरिस अमेरिका में उप राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला हैं। इसके साथ ही वे इस पद तक पहुंचने वालीं पहली अश्वेत (भारतीय-अफ्रीकी अमेरिकन) भी हैं।