सार

कोरोनावायरस महामारी के बीच आज अमेरिका (USA) में नए राष्‍ट्रपति का चुनाव (President Election) होने जा रहा है। अमेर‍िका के इस चुनाव पर पूरी दुनिया की नजरें ट‍िकी हुई हैं।

वॉशिंगटन। कोरोनावायरस महामारी के बीच आज अमेरिका (USA) में नए राष्‍ट्रपति का चुनाव (President Election) होने जा रहा है। अमेर‍िका के इस चुनाव पर पूरी दुनिया की नजरें ट‍िकी हुई हैं। अमेरिका में हो रहा राष्ट्रपति चुनाव इस बार वहां के इतिहास का सबसे महंगा चुनाव बनने जा रहा है। इस चुनाव में पिछले राष्ट्रपति चुनाव के मुकाबले दोगुनी राशि खर्च होने का अनुमान है। इस बार करीब 14 अरब डॉलर खर्च होने की उम्मीद है। रिसर्च ग्रुप द सेंटर फॉर रेस्पॉनसिव पॉलिटिक्स (The Centre for Responsive Politics) ने कहा है कि  वोटिंग से पहले के आखिरी महीने में राजनीतिक चंदे में भारी बढ़ोत्तरी हुई, इससे चुनाव में 11 अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान लगाया गया था, वह पीछे छूट गया है। जानें इस चुनाव से जुड़ी 10 खास बातें।

1. बाइडेन ने कोरोना को लेकर क्या कहा 
इस चुनाव में वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ( Donald Trump) के प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि वे कोविड-19 महामारी को पलक झपकते खत्म करने का झूठा वादा नहीं करेंगे। उल्लेखनीय है कि मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प महामारी को लेकर कथित कुप्रबंधन के लेकर उनके निशाने पर हैं और उन्होंने चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में वायरस को खत्म करने का वादा किया था। अमेरिका में हो रहे चुनाव में कोरोनावायरस महामारी मुख्य मुद्दा बना हुआ है।

2. दो पार्टियों के बीच होती है टक्कर
अमेरिका में हर 4 साल पर राष्ट्रपति पद का चुनाव नवंबर के पहले सोमवार के बाद आने वाले पहले मंगलवार को होता है। अमेरिका में दो पार्टी सिस्टम है और राष्ट्रपति इन्हीं दो पार्टियों में से एक का होता है। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) हैं। यह सबसे पुरानी पार्टी है। हाल के वर्षों में इसने कम टैक्स, हथियारों के अधिकार और इमिग्रेशन पर प्रतिबंध के मुद्दों को उठाया है। पहले जॉर्ज बुश, रोनाल्ड रीगन और रिचर्ड निक्सन रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति रह चुके हैं। वहीं, डेमोक्रेट पार्टी लिबरल मानी जाती  है। इसके उम्मीदवार जो बाइ़डेन (Joe Biden) हैं। डेमोक्रेट सिविल राइट्स, इमिग्रेशन और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर विशेष जोर दे रहे हैं। जो बाइडेन की चीन और ताइवान नीति पर दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं।

3. कैसे होता है मतदान
अमेरिका में मतदान का तरीका भारत से पूरी तरह अलग है। अमेरिका के कई राज्यों में मतदान जल्दी भी हो जाते हैं। वहां पंजीकृत मतदाताओं (Registered Voters) को चुनाव के दिन से पहले मतदान (Voting) करने की अनुमति भी दी जाती है।

4. कौन हो सकता है राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार 
अमेरिका में राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए कुछ शर्तें हैं। इनमें सबसे प्रमुख शर्त यह है कि उम्मीदवार की पैदाइश अमेरिका की होनी चाहिए। इसके अलावा, राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए कम से कम 35 साल की उम्र होनी चाहिए। राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी वही व्यक्ति हो सकता है, जो कम से कम 14 साल तक अमेरिका में रहा हो। 

5. कितने लोग करते हैं मतदान
पिछले महीने 28 अक्टूबर तक अर्ली वोटिंग के जरिए 7.5 करोड़ से अधिक वोट डाले जा चुके हैं। अमेरिका में कुल 24 करोड़ मतदाता हैं। साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में अर्ली वोटिंग के जरिए 5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट डाले थे। पिछले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प के पक्ष में 46.1 फीसदी मतदान हुआ था, वहीं हिलेरी क्लिंटन को 48.2 फीसदी वोट मिले थे।

6. प्राइमरी चुनाव से होता है चयन
सबसे मुख्य सवाल है कि उम्मीदवार का चयन कैसे होता है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को चुनने के लिए कई राज्यों में प्राइमरी चुनाव प्रक्रिया का तरीका अपनाया जाता है। पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता जो उम्मीदवार बनने के लिए सभी शर्तों का पालन करता हो, अपनी दावेदारी पेश कर सकता है। यह प्रक्रिया राज्य सरकारों पर निर्भर करती है। सरकार अगर खुले रूप से चुनाव कराती है तो पार्टी समर्थकों के साथ जनता भी मतदान कर सकती है। अगर सरकार खुले रूप में चुनाव नहीं करवाती है, तो  सिर्फ पार्टी से जुड़े समर्थक ही मतदान में हिस्सा लेते हैं।
स्विंग स्टेट्स में ज्यादा वोट मिलने से ट्रम्प चुनाव जीत गए थे। 

7. डिबेट है अहम चुनावी प्रक्रिया
अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए होने वाली डिबेट एक अहम चुनावी प्रक्रिया मानी जाती है। प्राइमरी चुनाव से लेकर राष्ट्रपति चुनाव तक अलग-अलग चरणों में डिबेट होती है। ये डिबेट अमेरिकी न्यूज चैनल आयोजित करते हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण प्रेसिडेंशियल डिबेट होती है, जो दोनों पार्टियों के राष्ट्रपति उम्मीदवारों के बीच तीन चरणों में आयोजित की जाती है।

8. किस स्टेट की है सबसे अहम भूमिका 
अमेरिका में डेलिगेट्स की संख्या के आधार पर 415 के सबसे ज्यादा आंकड़े के साथ राष्ट्रपति के चुनाव के लिए कैलिफोर्निया सबसे अहम राज्य है। इसके बाद 228 के साथ टेक्सास और 110 के साथ नॉर्थ कैरोलिना आता है। हालांकि, डेलिगेट्स का महत्व प्राइमरी चुनाव में होता है। राष्ट्रपति चुनाव में डेलिगेट्स की जगह इलेक्टर का महत्व ज्यादा होता है।

9. कन्वेंशन में होता है ऐलान
प्राइमरी चुनाव के बाद राष्ट्रपति पद के लिए पार्टियां अपने उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा नेशनल कन्वेंशन में करती हैं। कन्वेंशन के बाद उम्मीदवार पूरे देश में प्रचार अभियान शुरू करता है। पार्टी आलाकमान के ऐलान के बाद उम्मीदवार समर्थकों के सामने भाषण में अपनी उम्मीदवारी स्वीकार करता है और उप राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का ऐलान करता है। जुलाई में डेमोक्रेट्स और अगस्त रिपब्लिकन पार्टी का नेशनल कन्वेंशन होता है।

10. जनवरी में होता है शपथ ग्रहण
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद राष्ट्रपति को कैबिनेट के चुनाव के लिए कुछ समय दिया जाता है। इसके बाद जनवरी में शपथ ग्रहण होता है। शपथग्रहण के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति एक परेड में वाइट हाउस पहुंचते हैं। इसके बाद उनके  4 साल के कार्यकाल की शुरुआत होती है।