सार
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध(Russia Ukraine war) को 24 फरवरी को एक सा पूरे हो जाएंगे। इस बीच युद्ध का रोकने तमाम कोशिशें बेकार रही हैं। अमेरिका ने एक बार फिर भारत से इस दिशा में पहल की अपील की है।
वर्ल्ड न्यूज. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध(Russia Ukraine war) को 24 फरवरी को एक सा पूरे हो जाएंगे। इस बीच युद्ध का रोकने तमाम कोशिशें बेकार रही हैं। अमेरिका ने एक बार फिर भारत से इस दिशा में पहल की अपील की है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी (John Kirby) ने कहा है कि वे पीएम मोदी की पहल का स्वागत करेंगे, ताकि यूक्रेन में शत्रुता खत्म हो सके। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
अमेरिका चाहता है कि भारत आगे आए
ऐसा पहला मौका नहीं है, जब अमेरिका ने रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने की दिशा में भारत की ओर उम्मीदों से नहीं देखा हो। वैसे यूक्रेन को अमेरिका समेत पश्चिमी देशों से लगातार सैन्य सहयोग मिलता आ रहा है, इसकी वजह से युद्ध लंबा खिंचता गया। यानी रूस कभी हावी नहीं हो पाया।
व्हाइट हाउस (White House) ने 10 फरवरी को फिर कहा कि अमेरिका युद्ध खत्म करने के लिए कोई भी प्रयासों का स्वागत करेगा। जॉन किर्बी (John Kirby) ने तो यहां तक कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस युद्ध को रुकवा सकते हैं। अमेरिका मोदी की कोशिशों का स्वागत करेगा। किर्बी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा-"मुझे लगता है कि पुतिन के पास युद्ध को रोकने के लिए अभी भी वक्त है। हम पीएम मोदी की ओर से उठाए गए कदमों का स्वागत करेंगे।"
दरअसल, पिछले साल समरकंद में पुतिन-मोदी की मुलाकात हुई थी। सितंबर, 2022 में समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक द्विपक्षीय बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने रूस और यूक्रेन में शत्रुता समाप्त करने का आह्वान करते हुए लोकतंत्र, संवाद और कूटनीति को लेकर अपनी बात रखी थी। मोदी ने कहा था- मुझे पता है कि आज का युग युद्ध का नहीं है। हमने आपके साथ इस मुद्दे पर कई बार फोन पर भी चर्चा की है कि लोकतंत्र, कूटनीति और संवाद के जरिए इसका रास्ता निकाला जा सकता है। क्लिक करके पढ़ें डिटेल्स
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हालांकि जॉन किर्बी युद्ध के लिए रूसी राष्ट्रपति पुतिन को जिम्मेदार ठहराते हैं। उन्होंने कहा, "यूक्रेनी लोगों के साथ जो हो रहा है, उसके लिए एकमात्र व्यक्ति व्लादिमीर पुतिन जिम्मेदार हैं। वह इसे अभी भी रोक सकते हैं।इधर, रूस के खिलाफ यूक्रेन को और अधिक मजबूती से खड़ा रखने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी देश कई मदद पहुंचा रहे हैं। पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐलान किया था कि वो यूक्रेन में 31 अत्याधुनिक अब्राम्स युद्धक टैंक(state-of-the-art Abrams battle) भेजेंगे, ताकि उसके सैनिकों को रूसी सेना को पीछे धकेलने में मदद मिल सके, जो देश के पूर्व में मास्को के हमले के बाद लगभग एक साल से जमे हुए हैं। क्लिक करके पढ़ें
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