19 अप्रैल, बुधवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी और अमावस्या का संयोग बन रहा है। बुधवार को रेवती नक्षत्र दिन भर रहेगा, जिससे उत्पात नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
18 अप्रैल, मंगलवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी व चतुर्दशी तिथि का संयोग बन रहा है। इस दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। मंगलवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा।
17 अप्रैल, सोमवार को वैशाख शुक्ल पक्ष की द्वादशी और त्रयोदशी तिथि का संयोग बन रहा है। सोमवार को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन त्रिपुष्कर, ब्रह्म, इंद्र नाम के 3 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।
16 अप्रैल, रविवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि रहेगी। इस दिन वरुथिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। रविवार को शतभिषा नक्षत्र पूरे दिन रहेगा। रविवार को शतभिषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा।
15 अप्रैल, शनिवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। शनिवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से सुस्थिर और बाद में धनिष्ठा नक्षत्र होने से वर्धमान नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।
14 अप्रैल, शुक्रवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन बैसाखी पर्व मनाया जाएगा। शुक्रवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से कालदण्ड नाम का अशुभ योग और इसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से सर्वार्थसिद्धि योग बनेगा।
13 अप्रैल, गुरुवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से प्रजापति और इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा शिव और सिद्ध नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
12 अप्रैल, बुधवार को वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि रहेगी। बुधवार को पहले मूल नक्षत्र होने से ध्वज और उसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इसके अलावा परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
11 अप्रैल, मंगलवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि पूरे दिन रहेगी। मंगलवार को पहले ज्येष्ठा नक्षत्र होने से मुद्गर और उसके बाद मूल नक्षत्र होने से छत्र नाम के 2 योग बनेंगे। इसके अलावा वरियान और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
10 अप्रैल, सोमवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी और पंचमी तिथि का संयोग बन रहा है। सोमवार को पहले अनुराधा नक्षत्र होने से मानस और उसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग बनेंगे।