सार

पुश्तैनी सीट से नामांकन करने के बाद राहुल गांधी ने बेहद भावुक बयान देते हुए कहा कि यह मेरे लिए बेहद भावुक पल था। मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है।

Rahul Gandhi nomination from Raebareli: सारे कयासों को विराम लगाते हुए आखिरकार राहुल गांधी ने अमेठी की बजाय रायबरेली संसदीय सीट को चुनाव लड़ने के लिए चुना है। शुक्रवार को राहुल गांधी ने मां सोनिया गांधी द्वारा खाली की गई सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। पुश्तैनी सीट से नामांकन करने के बाद राहुल गांधी ने बेहद भावुक बयान देते हुए कहा कि यह मेरे लिए बेहद भावुक पल था। मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है। राहुल गांधी ने लोगों से संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में साथ खड़े होने की अपील भी की है।

ट्वीटर पर किया संदेश पोस्ट

राहुल गांधी ने रायबरेली संसदीय सीट से नामांकन करने के बाद ट्वीटर पर पोस्ट किया कि रायबेरली से नामांकन मेरे लिए भावुक पल था। मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है। अमेठी और रायबरेली मेरे लिए अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही मेरा परिवार हैं और मुझे ख़ुशी है कि 40 वर्षों से क्षेत्र की सेवा कर रहे किशोरी लाल जी अमेठी से पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। अन्याय के खिलाफ चल रही न्याय की जंग में, मैं मेरे अपनों की मोहब्बत और उनका आशीर्वाद मांगता हूं। मुझे विश्वास है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में आप सभी मेरे साथ खड़े हैं।

 

 

दरअसल, राहुल गांधी इस बार अपनी मां सोनिया गांधी द्वारा खाली की गई रायबरेली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 तक वह अमेठी से चुनाव लड़कर संसद में पहुंचे थे। लेकिन 2019 में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने हरा दिया था। हालांकि, राहुल गांधी अपनी दूसरी सीट केरल के वायनाड से चुनाव जीत गए थे। इस बार यह कयास लगाए जा रहे थे कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे लेकिन सारे कयासों को धता बताते हुए उन्होंने शुक्रवार को रायबरेली से पर्चा दाखिल किया है। अमेठी से सोनिया गांधी के निजी सहायक रहे किशोरी लाल शर्मा चुनाव मैदान में हैं।

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